Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद उमर अब्दुल्ला राज्य की कमान संभालेंगे और सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या जम्मू-कश्मीर में दिल्ली की तरह स्थिति होगी। जिस तरह दिल्ली में एलजी और आप सरकार के बीच टकराव होता है, क्या वैसी ही जम्मू कश्मीर में होगा। सवाल यह भी है कि आखिर एलजी मनोज सिन्हा के साथ मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के रिश्ते कैसे होंगे?

एलजी मनोज सिन्हा ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि केंद्र शासित प्रदेश के लिए जनादेश “विकास” और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए है। मेरा दायित्व यह सुनिश्चित करना होगा कि समाज का कोई भी वर्ग विकास से वंचित न रहे और मुझे उम्मीद है कि चुनी हुई सरकार इसी के अनुसार काम करेगी।

मनोज सिन्हा बोले- आम आदमी के लिए सरकार

एललजी मनोज सिन्हा ने कहा है कि मेरा संदेश यह है कि अब जबकि जनता ने जनादेश दे दिया है, निर्वाचित प्रतिनिधियों को जम्मू-कश्मीर के लोगों से शांति, समृद्धि और विकास प्रदान करने के अपने वादों को पूरा करना चाहिए। इस लक्ष्य को पूरा करने में, मेरा पूरा समर्थन नई सरकार के साथ रहेगा।

उन्होंने कहा कि उन्हें केंद्र शासित प्रदेश को अधिकतम वित्तीय व्यवहार्यता और स्थिरता देने का प्रयास करना चाहिए। उन्हें शांति, समृद्धि और विकास के सिद्धांतों पर जम्मू-कश्मीर के आम आदमी और महिला के लिए सरकार चलानी चाहिए।

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LG के कामकाज को लेकर बताई अपनी प्राथमिकता

सरकार के कामकाज में एलजी की भूमिका को लेकर उन्होंने कहा कि संविधान और राज्य पुनर्गठन अधिनियम में उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री की भूमिका को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया गया है। शक्तियां और कर्तव्य परिभाषित हैं। इसलिए हम उसी के अनुसार काम करेंगे। संविधान का उद्देश्य शांति, लोगों की समृद्धि और जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए विवेकपूर्ण तरीके से काम करना है।

मेरी तरफ से नहीं होगा कोई टकराव- LG

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दिल्ली की तरह एलजी और मुख्यमंत्री के बीच टकराव को लेकर जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि इन सारे टकरावों से निपटा जा सकता है। हम सरकार के साथ मिलकर ऐसे मुद्दों को सुलझा लेंगे। मैं चार साल से जम्मू-कश्मीर में हूं और बहुत काम हुआ है और अभी बहुत कुछ करना बाकी है। उन्होंने कहा कि उन्हें किसी भी तरह के टकराव की कोई उम्मीद ही नहीं है। उन्होंने कहा कि कम से कम, मैं ऐसा कुछ नहीं करूंगा जिससे टकराव की स्थिति पैदा हो। मेरी तरफ से टकराव की कोई वजह नहीं होगी।

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जम्मू कश्मीर को कब मिलेगा पूर्ण रा्य का दर्जा

पीएम मोदी से लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की बात कही थी। इसको लेकर मनोज सिन्हा ने कहा कि वे इस पर कुछ नहीं कह सकते हैं। आखिरकार, यह प्रधानमंत्री ही हैं जिन्होंने श्रीनगर में चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा। और गृह मंत्री ने संसद में कहा है कि उचित समय पर जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा दिया जाएगा।

मनोज सिन्हा ने कहा कि सवाल कहां है? मैं इस बात से खुश हूं कि विकास उसी क्रम में हो रहा है जैसा वादा किया गया था पहले परिसीमन, फिर चुनाव और अंत में राज्य का दर्जा। अब इस पर आखिरी विचार केंद्र सरकार ही कर सकती है।