जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने वहां की सरकार पर खुद की जासूसी करवाने का आरोप लगाया है। अब्दुल्ला का कहना है कि मुफ्ती सरकार बड़ी बेशर्मी से उनकी जासूसी कर रही है।

उन्होंने कहा कि इन दिनों उनसे मिलने-जुलने वालों से उनके घर के बाहर पूछताछ की जा रही है। आपको बता दें कि इस बात की जानकारी खुद उमर अब्दुल्ला ने अपने ट्विटर पेज पर दी। उन्होंने इस पूरे मामले को ट्विटर पर एक पोस्ट कर बयां किया। उन्होंने ट्वीट किया कि मुफ्ती सरकार बड़ी बेशर्मी से मेरी जासूसी करा रही है।

उमर ने बताया कि एक पत्रकार उनसे उनका इंटरव्यू लेने के लिए घर आ रही थी लेकिन उसे रास्ते में रोका गया और पूछताछ की गयी। उनके घर के बाहर सीआईडी के लोगों ने पत्रकार को रोका और पूछा कि वह कौन है, कहां से आयी है और कई तरह के सवाल किये गए। उमर ने कहा अगर मुफ्ती सरकार सच में कुछ जानना चाहती है तो वह मुझसे पूछिए इस पूछताछ को लेकर मुझे कोई आपत्ति नहीं होगी।

बताते चलें कि अब्दुल्ला का यह बयान राज्य सरकार के उस फैसले के बाद आया है जिसमें 7 सितंबर को रिवाइवल डे के रूप में मनाने का ऐलान किया गया है। साथ ही उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पिछले साल आई बाढ़ की ‘एकमात्र लाभार्थी’ पीडीपी है और उसके द्वारा आपदा की पहली बरसी मनाए जाने पर उन्हें कोई आश्चर्य नहीं होगा।

राज्य सरकार के सात सितंबर को ‘पुनर्जीवन दिवस’ मनाने के फैसले के बाद उमर की यह ट्विट आया है। गौरतलब है कि पिछले साल सितंबर के पहले सप्ताह में ही श्रीनगर सहित कश्मीर घाटी के कई क्षेत्र बाढ़ की चपेट में आ गए थे।