कांग्रेस की प्रवक्ता रहीं राधिका खेड़ा ने पार्टी से इस्तीफा देने के बाद अब कुछ पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। राधिका खेड़ा ने कहा है कि उन्हें भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कुछ नेताओं ने शराब ऑफर की थी और जब इसकी शिकायत उन्होंने पार्टी के बड़े नेताओं से की तो उनकी बात को अनसुना कर दिया गया।
राधिका खेड़ा ने एक्स पर एक पोस्ट लिखकर अपने इस्तीफे की जानकारी साझा की थी जिसमें उन्होंने लिखा था “आज अत्यंत पीड़ा के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता त्याग रही हूं व अपने पद से इस्तीफ़ा दे रही हूं। हां मैं लड़की हूँ और लड़ सकती हूं, और वही अब मैं कर रहीं हूं। अपने व देशवासियों के न्याय के लिए मैं निरंतर लड़ती रहूँगी।”
सचिन पायलट पवन खेड़ा सबसे की शिकायत
राधिका खेड़ा ने इस्तीफे के एक दिन बाद आज मीडिया से बात करते हुए अपने इस्तीफे के कारण से जुड़े कुछ खुलासे किए हैं। राधिका खेड़ा ने कांग्रेस के छत्तीसगढ़ मीडिया सेल के अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए और कहा,” सुशील कुमार ने मुझे भारत जोड़ो यात्रा के दौरान शराब ऑफर की थी। जब हम यात्रा के दौरान कोरबा में थे और मेरे साथ मीडिया सेल की दो लड़कियां भी थी उन्होंने मुझे बार बार फोन करके पूछा कि मुझे कौनसी शराब चाहिए। वह मेरे कमरे को बार खटखटाते थे। यह बात मैंने सचिन पायलट जी को भी बताई और वहां के प्रदेश अध्यक्ष जी को भी कहा था। दिल्ली में भी जयराम रमेश जी से लेकर पवन खेड़ा तक मैंने यह बात पहुंचाई थी। लेकिन तब भी कुछ नहीं हुआ। मेरी सुनवाई नहीं हुई क्योंकि मैं पार्टी की हिन्दू विरोधी भावना के खिलाफ रही हूं।”
‘मेरी बात नहीं सुनी गई’
राधिका खेड़ा ने कहा कि बार-बार शिकायत करने पर भी उनकी बात को दरकिनार किया गया। उन्होंने कहा,”मैंने सबसे पहला काम यह किया कि मैंने सचिन पायलट को फोन किया लेकिन उन्होंने मुझसे बात नहीं की, उनके पीए ने मुझे बताया कि सचिन पायलट व्यस्त हैं। उनके पीए ने वहां किसी से बातचीत की और फिर उन्होंने मुझसे कहा कि मैं इस घटना के बारे में कुछ भी न बोलूं, अपना मुंह न खोलूं. इसके बाद मैंने भूपेश बघेल, पवन खेड़ा और जयराम रमेश को फोन किया लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिया…बाद में भूपेश बघेल ने मुझे वापस फोन किया और मैंने उनसे कहा कि मैं राजनीति छोड़ना चाहती हूं लेकिन उन्होंने मुझे छत्तीसगढ़ छोड़ने के लिए कहा और तब मुझे समझ आया कि कैसे ये सब सिर्फ एक साजिश थी।”