Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर में 3 जून को हुए ट्रेन हादसे के बाद विपक्षी दल लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। विपक्षी दल के नेता रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। संजय राउत और शरद पवार ने तो लाल बहादुर शास्त्री का उदाहरण देते हुए कहा है कि उन्होंने रेल हादसे के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसी तरह अश्विनी वैष्णव को इस्तीफा दे देना चाहिए। इसी बीच एक बार फिर रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र पर निशाना साधा। बनर्जी ने कहा कि दाल में कुछ काला है। रेलवे का चरित्र खो गया है। इस ट्रेन हादसे में अब तक 275 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1100 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।

बालासोर की अपनी यात्रा के एक दिन बाद राज्य सचिवालय के मुख्यालय नबन्ना में मीडिया को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा, ‘केंद्र बोलता अधिक है और कम करता है। उन्होंने कहा कि बचाव कार्य मुख्य रूप से राज्य सरकार द्वारा किया जाता है, जो मेरी सरकार ने ओडिशा सरकार के साथ मिलकर किया।

ममता बनर्जी ने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अभी भी कई परिवार ऐसे हैं जिन्हें यह नहीं पता कि उनके परिजन जीवित हैं या नहीं। हमें अभी सभी शवों की पहचान करनी है। ट्रेनों में कई अनारक्षित डिब्बे थे, इसलिए डिटेल का पता लगाना अभी बाकी है। उन्होंने कहा कि अकेले पश्चिम बंगाल से ही अभी तक 61 लोगों को मृत घोषित किया जा चुका है।’

बनर्जी ने मृतकों की संख्या को लेकर रेल मंत्रालय के बयान पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अभी 182 शवों की पहचान होना बाकी है। अगर एक राज्य से 182 लापता हैं और 61 की मौत की पुष्टि हो चुकी है तो मृतकों की संख्या के आंकड़े कहां पहुंचेंगे।

केंद्र अपनी गलतियों को दबाने का प्रयास कर रहा: ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने केंद्र को अपनी गलतियों को दबाने और उसके बजाय पूर्व रेल मंत्रियों को निंदा करने का आरोप लगाया। बनर्जी ने कहा कि मैं नहीं चाहती कि रेल मंत्री इस्तीफा दें, लेकिन लोग केंद्र सरकार को इसका जल्द ही जवाब देंगे। लोग उन्हें और उनकी सरकार के खिलाफ वोट करके सत्ता से बाहर करेंगे। उन्होंने कहा कि एक कहावत है कि ‘चरित्र गया तो सब गया’। जिस दिन रेल बजट को राष्ट्रीय बजट में मिला दिया गया, उसी दिन रेलवे का चरित्र खो गया।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा, ‘हमने मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए एक लाख रुपये और जिन लोगों को इस रेल हादसे में मामली चोटें लगीं हैं कि उनको 25 हजार रुपये सहायता राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि जो लोग इस दुर्घटना से प्रभावित हुए हैं और जिनको किसी प्रकार की चोट नहीं आई है। हम ऐसे परिवारों को अगले तीन महीनों के लिए चावल, दाल और 2,000 रुपये प्रति माह के अलावा 10,000 रुपये देंगे।

इस बीच टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने मृतकों के परिजनों से मिलने के लिए छह सदस्यीय समिति का गठन किया। टीएमसी ने एक प्रेस रिलीज में कहा कि अभिषेक अपनी तरफ से बंगाल के पीड़ितों को 2 लाख रुपये की सहायता राशि देंगे।