Odisha BMC Row: बीएमसी में वरिष्ठ अधिकारी पर हमले को लेकर कर्मचारी संगठनों में आक्रोश देखा जा रहा है। इस हमले के विरोध में ओडिशा प्रशासनिक सेवा (OAS) और ओडिशा राजस्व सेवा (ORS) के नेतृत्व में अधिकारी सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं। इसके चलते ओडिशा के सरकारी ऑफिस में कामकाज पर काफी असर पड़ा है।

ओडिशा प्रशासनिक सेवा और ओडिशा राजस्व सेवा के अधिकारी ब्लॉक, तहसील और जिला स्तर के सरकारी ऑफिस में सार्वजनिक सेवाएं देने वाली रीढ़ हैं, इसलिए अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर उनके आंदोलन से शासन पर असर पड़ा है। सोमवार को बीएमसी के एडिशनल कमिश्नर रत्नाकर साहू को उनके चैंबर के बाहर घसीटा गया और उपद्रवियों के एक समूह ने उन पर हमला किया। उन्होंने अधिकारी से बीजेपी नेता जगन्नाथ प्रधान से माफी मांगने को कहा। पुलिस ने अभी तक बीएमसी पार्षद जीवन राउत सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं भाजपा की ओडिशा यूनिट ने भी राउत सहित अपने पांच कार्यकर्ताओं को मारपीट में कथित संलिप्तता के लिए निलंबित कर दिया है।

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बीजेपी नेता की तत्काल गिरफ्तारी की मांग

ओडिशा प्रशासनिक सेवा संघ ने सीएम के सामने तीन मांगे रखी हैं। इसमें बीजेपी नेता प्रधान की तत्काल गिरफ्तारी भी शामिल है। एसोसिएशन के सदस्यों ने मुख्य सचिव मनोज आहूजा से भी मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपा। इसमें प्रधान को हमले के पीछे मुख्य आरोपी और सरगना बताया गया। ओएएस एसोसिएशन ने तहसीलदारों, उप-कलेक्टरों, ब्लॉक विकास अधिकारियों और नगर निकायों के अधिकारियों सहित सभी क्षेत्रीय स्तर के कार्यकारी अधिकारियों के लिए सुरक्षा की भी मांग की।

मुख्य सचिव को सौंपे गए ज्ञापन में क्या

मुख्य सचिव को सौंपे गए एसोसिएशन के ज्ञापन में कहा गया है, ‘राज्य भर में कार्यरत एसोसिएशन के सभी सदस्यों के व्यापक असंतोष को देखते हुए यह फैसला लिया गया है कि मांगें पूरी होने तक सभी ओएएस अधिकारी छुट्टी पर रहेंगे।’ ओएएस ने कहा कि इस तरह के कृत्य से राज्य भर में अधिकारियों का मनोबल टूट गया है। ओडिशा के राजस्व मंत्री सुरेश पुजारी ने अधिकारियों से सामूहिक अवकाश पर न जाने का आग्रह किया, क्योंकि इस समय पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा चल रही है, जबकि उत्तरी जिलों के कुछ इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति है।