ओडि़शा पुलिस ने 30 साल के एक शख्‍स को गिरफ्तार किया है। उस पर आरोप है कि उसने 15 साल की अपनी ‘पत्‍नी’ का 12 महीने तक गैंगरेप किया। लड़की जगतसिंहपुर जिले की रहने वाली है। उसे भुवनेशवर से 10 दिन पहले एक एनजीओ द्वारा रिहा कराया गया था। आरोप है कि उसका ‘पति’ जुधिष्ठिर प्रधान उसे दलाल के हाथों बेचने की तैयारी कर रहा था। एनजीओ ने उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई तो बुधवार को पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।

ओपन शेल्‍टर एनजीओ की सदस्‍य सीता बरला द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक जुधिष्ठिर और उसके 10 दोस्‍तों ने पिछले साल लड़की को उसके गांव से अगवा किया था। वह परीक्षा देकर घर लौट रही थी। उसे बेहोश कर चेन्‍नई ले जाया गया। उसे होश आया तो उसने खुद को अंधेरे कमरे में पाया। जुधिष्ठिर और उसके दोस्‍तों ने उसका बलात्‍कार किया।

उसे कमरे में बंद रखा जाता था और रोज उसके साथ बलात्‍कार किया जाता था। रोने पर हाथ-पैर बांध दिए जाते थे और पिटाई की जाती थी। उसके साथ बलात्‍कार करने वाले हर व्‍यक्ति से जुधिष्ठिर पांच-पांच हजार रुपए वसूलता था। एफआईआर के मुताबिक दो महीने बाद जुधिष्ठिर नाबालिग लड़की को पारादीप ले आया। वहां लड़की को अपने गांव का एक आदमी मिला। उसके साथ वह घर लौट आई। पर घरवालों को जब सारी बात पता चली तो उन्‍होंने जुधिष्ठिर के साथ उसकी शादी करा दी। लेकिन ‘शादी’ के बाद उसे दोबारा अगवा कर लिया गया और भुवनेश्‍वर ले जाया गया। वहां 15 दिन तक उसके साथ गैंगरेप हुआ। इसके बाद फिर उसे चेन्‍न्‍ई ले जाया गया। पिछले महीने जुधिष्ठिर उसे बेचने के लिए भुवनेश्‍वर लेकर आया। लेकिन एनजीओ वालों ने उसे उसके चंगुल से निकाल लिया।