Guna BJP MP KP Yadav: मध्य प्रदेश के गुना से बीजेपी सांसद केपी यादव का ओबीसी प्रमाण पत्र अशोक नगर जिला प्रशासन ने इस आधार पर रद्द कर दिया है कि उनकी आय 8 लाख रुपये से अधिक है। यादव के साथ उनके बेटे का भी ओबीसी प्रमाण पत्र कैंसल कर दिया गया है। बता दें कि केपी यादव कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को गुना से हराकर सुर्खियों में आए थे। यादव के बेटे को जुलाई में ओबीसी प्रमाणपत्र जारी किया गया था क्योंकि उनके पिता की आय 5 लाख रुपये दिखाई गई थी। जबकि 8 लाख रुपये या उससे अधिक की वार्षिक आय वाले व्यक्तियों के बच्चे ओबीसी के लिए आरक्षित आरक्षण लाभों के हकदार नहीं हैं।

क्या है मामला: उप-विभागीय मजिस्ट्रेट बृजबिहारी श्रीवास्तव ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि ओबीसी प्रमाणपत्र केवल उन आवेदकों को जारी किया जाता है जिनकी आय 8 लाख रुपये से कम है। सांसद के बेटे को इसलिए यह प्रमाणपत्र जारी किया गया था क्योंकि सांसद ने घोषणा की थी कि उनकी वार्षिक आय 5 लाख रुपये है। उन्होंने कहा कि लेकिन यादव की आय का विवरण प्रस्तुत करने के बाद उनका और उनके बेटे का प्रमाणपत्र रद्द कर दिया गया है। एसडीएम ने उनके सभी दस्तावेजों को जांच के लिए पुलिस अधीक्षक को भेजा, जिसकी डीएम ने पुष्टि की।

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बीजेपी सांसद का जवाब: सांसद ने अपने जवाब में कहा कि यह एक चूक थी, क्योंकि उनकी पत्नी की आय आवेदन में नहीं जोड़ी गई थी। उन्होंने कर्मचारियों पर आय में विसंगति का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनके बेटे ने किसी भी आरक्षण लाभ के लिए प्रमाण पत्र का इस्तेमाल नहीं किया, ना ही उन्होंने कभी इसका इस्तेमाल किया। यादव ने आगे कहा कि उन्होंने खुद एसडीएम को लिखा था, जब विसंगति उनके संज्ञान में आई थी। उन्होंने इस कार्रवाई के पीछे पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंधिया का हाथ बताते हुए कहा कि ‘महाराजा’ एक आम व्यक्ति द्वारा अपनी हार को स्वीकार करने में सक्षम नहीं हैं।

क्या है आरोप: शिकायतकर्ता ने यादव के लिए ओबीसी प्रमाण पत्र को रद्द करने की मांग करते हुए, आयकर रिटर्न के साथ-साथ विधानसभा और आम चुनावों में यादव द्वारा दाखिल हलफनामों को संलग्न किया था, जिसमें उनकी वार्षिक आय बहुत अधिक थी। सांसद ने कहा कि शिकायतकर्ता ने अपनी आय के लिए पूंजीगत संपत्ति को गलत माना है।