राजधानी के पूर्वी दिल्ली के न्यू अशोक नगर के एक पीजी में नर्सिंग की एक छात्रा की संदिग्ध दशा में लाश मिली है। जिस कमरे में वह थी, वह अंदर से बंद था। पुलिस कंट्रोल रूम को जब इसकी सूचना मिली तो वह फायर डिपार्टमेंट के कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर अंदर गई। पुलिस के मुताबिक छात्रा अंदर बेहोश पड़ी थी। उसके एक हाथ में कैनुला लगा था और छत के पंखे से लटकी हुई दो ड्रिप लगी हुई थी। सेंट्रलाइज्ड एक्सीडेंट एंड ट्रॉमा सर्विसेज (CATS) मेडिकल स्टाफ ने छात्रा को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने उसकी लाश को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल के मोर्चरी में भेज दिया। फिलहाल पुलिस छात्रा के मोबाइल फोन को लेकर मामले की जांच में जुटी है। घटना की सूचना उसके परिजनों को दे दी गई है।

छात्रा पीजी के तीसरी मंजिल पर रहती थी

मृत छात्रा का नाम निकिता (22) है और वह मूल रूप से मध्य प्रदेश के ग्वालियर की रहने वाली थी। वह दिल्ली में रहकर नर्सिंग का कोर्स कर रही थी और न्यू अशोक नगर इलाके के ए-ब्लॉक में एक पीजी में तीसरी मंजिल पर रहती थी। पुलिस के मुताबिक सोमवार की शाम उसकी लाश पीजी के एक कमरे से मिली थी। उसके साथ रहने वाली दो सहेलियां रक्षाबंधन की छुट्टी पर घर गई हुई थीं। शुरुआती जांच में पता चला है कि उसने इंजेक्शन लगाकर आत्महत्या की है।

घटनास्थल का क्राइम टीम और फॉरेंसिक टीम ने भी निरीक्षण किया। पुलिस ने पीजी में लगे सीसीटीवी फुटेज लेकर जांच कर रही है। इसके अलावा पीजी में रहने वाले अन्य छात्र-छात्राओं से भी पूछताछ की जा रही है।

उधर, राष्ट्रीय राजधानी स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के 34-वर्षीय न्यूरोसर्जन ने रविवार को दक्षिणी दिल्ली स्थित अपने घर में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि गुजरात के राजकोट निवासी राज घोनिया की मौत संभवत: दवाओं के ओवरडोज के कारण हुई है, क्योंकि दक्षिणी दिल्ली के गौतम नगर इलाके में स्थित उनके घर से दवाओं की इस्तेमाल की हुई शीशियां और सीरिंज मिलीं।

उन्होंने बताया कि घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है, हालांकि घोनिया ने इसमें (आत्महत्या के लिए) किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “रविवार दोपहर करीब दो बजे हौज खास पुलिस थाने को गौतम नगर इलाके में एक चिकित्सक के आत्महत्या करने की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची और घोनिया को अचेत अवस्था में पाया।” घोनिया को एम्स ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। वह एम्स के ट्रॉमा सेंटर में नियुक्त थे।