प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने रविवार को भारत की बाघ जनगणना के 5वें चक्र के आंकड़ों को जारी किया। नए आंकड़ों के अनुसार बाघों की जनसंख्या बढ़ी है। भारत में 2022 तक जंगली बाघों की संख्या 3167 है। जुलाई 2019 में जारी 2018 की बाघ जनगणना के अनुसार भारत में 2,967 बाघों की उपस्थिति थी। पिछले चार वर्षों में देश में जानवरों की आबादी में 200 या 6.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
देश में 2006 में बाघों की संख्या 1,411 थी जो 2010 में बढ़कर 1,706 और 2014 में 2,226 हो गई। पीएम मोदी ने कर्नाटक के मैसूरु में इंटरनेशनल बिग कैट अलायंस (International Big Cat Alliance) का उद्घाटन करते हुए टाइगर सेंसस जारी किया ये सेंसस देश में अपनी तरह का पहला प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित किया गया। तीन दिवसीय सम्मेलन में दुनिया की सात प्रमुख बड़ी बिल्लियों – बाघों, शेरों, तेंदुओं, हिम तेंदुओं, प्यूमा, जगुआर और चीता के संरक्षण पर केंद्रित होगा।
2019 में पीएम मोदी ने एशिया में अवैध शिकार और अवैध वन्यजीव व्यापार के खिलाफ वैश्विक नेताओं के साथ गठबंधन का आह्वान किया था। रविवार को सम्मेलन का शुभारंभ करने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने बांदीपुर टाइगर रिजर्व (Bandipur Tiger Reserve) के साथ-साथ मुदुमलाई टाइगर रिजर्व में थेप्पाकडू हाथी शिविर का दौरा किया।
अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल हो गए हैं। प्रोजेक्ट टाइगर की सफलता न केवल भारत के लिए, बल्कि पूरे विश्व के लिए एक उपलब्धि रही है। भारत ने न केवल बाघ को बचाया है, बल्कि उसे फलने-फूलने के लिए एक बेहतरीन पारिस्थितिकी तंत्र भी दिया है। हमारे लिए यह बहुत खुशी की बात है कि ऐसे समय में जब हमने आजादी के 75 साल पूरे कर लिए हैं, दुनिया की बाघों की आबादी का लगभग 75 प्रतिशत अब भारत में पाया जा सकता है और देश में टाइगर रिजर्व 75,000 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यह सभी के प्रयासों के कारण संभव हो पाया है।”
पीएम मोदी ने कहा, “ऐसा क्यों है कि जबकि दुनिया के अन्य हिस्सों में बाघों की आबादी स्थिर या घट रही है, यह वास्तव में भारत में बढ़ रही है? क्योंकि जैव विविधता और पर्यावरण का संबंध हमारी परंपराओं और हमारी संस्कृति में बुना हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि शेरों, तेंदुओं, हाथियों और एक सींग वाले गैंडों की आबादी में भी वृद्धि हुई है उन्होंने कहा, “भारत में दुनिया में एशियाई हाथियों और एक सींग वाले गैंडों की सबसे बड़ी संख्या है। यह एकमात्र ऐसा देश है जहां एशियाई शेर हैं।”