हरियाणा के नूंह जिले में हिंसा भड़कने के कुछ दिन बाद प्रशासन ने शुक्रवार को तावड़ू कस्बे में सरकारी जमीन पर कब्जा कर बनाई गईं लगभग 250 झुग्गियों और अतिक्रमण को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। राज्य के गृह मंत्री अनिल विज ने संकेत दिया कि ध्वस्तीकरण सांप्रदायिक दंगों में शामिल लोगों के विरुद्ध कार्रवाई का हिस्सा भी हो सकता है। अनिल विज ने कहा कि 31 जुलाई को हुई हिंसा के लिए 202 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 80 लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया गया है।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि इसके पीछे एक बड़ा गेम प्लान है। लोग मंदिरों के बगल की पहाड़ियों पर चढ़ गए, उनके हाथों में लाठियां थीं और प्रवेश बिंदुओं पर इकट्ठा हो गए, यह सब एक उचित योजना के बिना संभव नहीं है। गोलियां चल रही थीं, कुछ लोगों ने हथियारों का भी इंतजाम कर रखा था। ये सब एक योजना का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि गहन जांच किए बिना हम किसी शीघ्र निष्कर्ष पर नहीं पहुंचेंगे। हालात सुधरने के बाद इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी जाएंगी।
नूंह के SP का ट्रांसफर
चंडीगढ़ में हरियाणा के गृह मंत्री ने झड़पों को पूर्व नियोजित बताते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का वादा किया और कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो बुलडोजर का भी इस्तेमाल किया जाएगा। एक आधिकारिक आदेश में कहा गया कि इस बीच नूंह के उपायुक्त प्रशांत पंवार और पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला का तबादला कर दिया गया। सिंगला जो हिंसा के समय छुट्टी पर थे, उनकी जगह नरेंद्र बिजारनिया को नियुक्त किया गया है।
अपने ट्रांसफर से कुछ घंटे पहले प्रशांत पंवार ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि जिले में अतिक्रमणित ढहा दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि वन विभाग के अधिकारियों ने नलहर शिव मंदिर के पीछे लगभग 5 एकड़ भूमि से अतिक्रमण हटाया। इसी मंदिर से यात्रा शुरू हुई थी। पंवार ने कहा कि पुन्हाना में वन विभाग की 6 एकड़ जमीन खाली कराई गई जबकि नगीना नगर पालिका क्षेत्र के धोबी घाट क्षेत्र में एक एकड़ जमीन साफ की गई। पंवार ने कहा कि नांगल मुबारकपुर में कुछ अस्थायी शेड भी ध्वस्त कर दिए गए।
अवैध अतिक्रमण के विरुद्ध कार्रवाई
नूंह के उपायुक्त प्रशांत पंवार ने हालांकि इस बात से इनकार किया कि ध्वस्तीकरण की कार्रवाई का हालिया हिंसा से कोई संबंध है। पंवार ने कहा कि अवैध अतिक्रमण के विरुद्ध कार्रवाई मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आदेश पर की गयी। गौरतलब है कि सोमवार (31 जुलाई) को विश्व हिंदू परिषद (VHP) की शोभायात्रा पर भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद मुस्लिम बहुल नूंह में भड़की हिंसा की आंच गुरुग्राम तक पहुंच गई थी, जिसमें दो होम गार्ड और एक इमाम सहित छह लोगों की मौत हुई है।