जी20 पर्यटन कार्यकारी समूह की तीन दिवसीय बैठक के लिए जम्मू-कश्मीर में सिक्योरिटी के जबरदस्त इंतेजाम किए गए हैं। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सोमवार (22 मई, 2023) से बैठक शुरू हो रही है। बैठक को लेकर सुरक्षा-व्यवस्था टाइट कर दी गई है। निगरानी के लिए सीसीटीव सर्विलांस, एंटी-ड्रोन सिस्टम लगाए गए हैं और एनएसजी एवं एलीट मरीन कमांडो की तैनाती के अलावा प्रमुख सड़कों पर लोगों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है।

इससे पहले, सुरक्षा कारणों की वजह से ही गुलमर्ग को कार्यक्रम से हटा दिया गया था। दरअसल, पहले कार्यक्रम में गुलमर्ग को भी शामिल किया गया था, लेकिन सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए इसे कार्यक्रम से हटा दिया गया। वहीं, आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए घाटी के अन्य हिस्सों में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में मल्टी-टायर सिक्योरिटी सिस्टम स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा, “केंद्र से कुछ एलीट बल घाटी पहुंच चुके हैं। वहीं सुरक्षा की मुख्य जिम्मेदारी पुलिस और अर्धसैनिक बलों को दी गई है।” सूत्रों ने बताया कि ऐसा पहली बार है कि शेर-ए-श्मीर इंटरनेशनल कनवेंशनल सेंटर (SKICC) और उसके आस-पास एलीट बलों की तैनाती की गई है। SKICC पर पर्यटन कार्यकारी समूह की मीटिंग होनी है। अधिकारी ने कहा कि शहर में सैकड़ों सिक्योरिटी कैमरे पहले से लगे हैं। सीसीटीवी निगरानी को मजबूत किया गया है कैमरों से फुटेज की वास्तविक समय में निगरानी की जा रही है।

वहीं, कुछ प्रमुख सड़कों पर भी लोगों की आवाजाही नियंत्रित की गई है। शनिवार को ट्रैफिक पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी कर एसकेआईसीसी की ओर जाने वाली मुख्य सड़कों पर तीन दिनों के लिए आम लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी थी। इसके अलावा, श्रीनगर में सभी स्कूल सोमवार से बुधवार तक बंद रहेंगे।

एहतियाती तौर पर सुरक्षा एजेंसियों ने अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों और बाहर से आए कार्यकर्ताओं को घर के अंदर रहने के लिए कहा है। एक अधिकारी ने कहा कि इस तरह की जबरदस्त सिक्योरिटी देखकर आतंकी कार्यकर्ताओं और अल्पसंख्यकों जैसे आसान लक्ष्यों को निशाना बनाने की कोशिश कर सकते हैं। इसी वजह से यह एडवाइजरी जारी की गई है।

इस बीच, जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट-गवर्नर मनोज सिन्हा ने कहा कि श्रीनगर में जी20 की बैठक जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए अपनी संस्कृति, विरासत, पर्यटन और गर्मजोशी भरे आतिथ्य को प्रदर्शित करने का एक ऐतिहासिक अवसर है। उन्होंने अपने रेडियो कार्यक्रम आवाम की आवाज के जरिए कहा, “22 मई से शुरू होने वाली G20 की तीसरी पर्यटन कार्यकारी समूह की बैठक जम्मू-कश्मीर के 1 करोड़ 30 लाख नागरिकों के लिए अमूल्य संस्कृति, विरासत, पर्यटन और गर्मजोशी भरे आतिथ्य का प्रदर्शन करने का एक ऐतिहासिक अवसर है। सभी नागरिकों को आगे आना चाहिए और इस यादगार कार्यक्रम का हिस्सा बनना चाहिए।”