प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार (19 जुलाई, 2022) को मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर संजय पांडे को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) फोन टौपिंग मामले में गिरफ्तार किया है। इससे पहले दिल्ली में ईडी ने उनसे पूछताछ की थी, उसके बाद यह कार्रवाई की गई है।

इससे पहले पांडे ने दिल्ली में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से भी मुलाकात की थी। इस मामले में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की पूर्व सीएमडी चित्रा रामाकृष्णन पहले से ही ईडी की गिरफ्त में हैं, वो एनएसई में साल 2013 से 2016 तक मैनेजिंग डायरेक्टर थीं।

उस समय संजय पांडे की एक कंपनी के जरिए एनएसई के कर्मचारियों के फोन टैप का मामला सामने आया था। ईडी को जब इसकी भनक लगी तो, तुरंत होम मिनिस्टी को इस बारे में बताया गया और केंद्रीय जांच ब्यूरो भी इस मामले में सक्रिय हो गया। अब इसी मामले में संजय पांड को गिरफ्तार किया गया है।

सीबीआई द्वारा इस मामले में मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी। इसमें यह भी आरोप था कि संजय पांडे की कंपनी को टैपिंग के लिए 4.45 करोड़ रुपए मिले थे।

ईडी के सूत्रों के मुताबिक, संजय पांडे इस मामले में पूछताछ के दौरान संतोषजनक जवाब नहीं दे रहे थे। इस वजह से लंबी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। बताया गया कि पांडे को पहले ईडी की विशोष अदालत के सामन पेश किया जाएगा। इसकेबाद पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा। इस बात की भी संभावना है कि चित्रा रामाकृष्णन और संजय पांडे को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जा सकती है।

संजय पांडे 1986 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी हैं, जो इसी साल 30 जून को रिटायर हुए हैं। मुंबई के पुलिस आयुक्त के रूप में अपने चार महीने के कार्यकाल से पहले उन्होंने महाराष्ट्र के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक के रूप में भी काम किया था।