राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल (NSA Ajit Doval) ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के साथ गुरुवार (9 फरवरी) को मॉस्को में मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने विभिन्न द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की और दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी के क्रियान्वयन की दिशा में काम करते रहने पर सहमति जताई।

NSA डोभाल ने की Vladimir Putin से मुलाकात

रूस स्थित भारतीय दूतावास ने बताया कि चर्चा द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर केंद्रित रही। भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी को लागू करने की दिशा में काम जारी रखने पर सहमत हुए। मॉस्को में भारतीय दूतावास ने गुरुवार को एक ट्विटर पोस्ट में कहा, “एनएसए अजीत डोभाल ने राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की। इस दौरान द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा हुई। भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी को लागू करने की दिशा में काम जारी रखने पर सहमत हुए।”

अफगानिस्तान के लोगों की भलाई भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता- NSA Ajit Doval

गौरतलब है कि एनएसए डोभाल अफगानिस्तान पर सुरक्षा परिषदों के सचिवों/एनएसए की पांचवीं बैठक में शिरकत करने क लिए बुधवार को मॉस्को पहुंचे थे। इस दौरान अपने संबोधन में एनएसए डोभाल ने कहा कि कोई भी देश अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल आतंक फैलाने के लिए नहीं कर सकता। काबुल में समावेशी और प्रतिनिधि व्यवस्था अफगान समाज के व्यापक हित में है। अजीत डोभाल ने यह भी कहा कि अफगानिस्तान के लोगों की भलाई और मानवीय जरूरतें भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

एनएसए डोभाल ने आगे कहा, “अफगानिस्तान एक कठिन दौर से गुजर रहा है और जरूरत के समय में भारत अफगान लोगों को कभी नहीं छोड़ेगा। भारत ने अफगानिस्तान में संकट के समय 40,000 मीट्रिक टन गेहूं, 60 टन दवाइयां, पांच लाख कोविड वैक्सीन भेजकर मदद की है।” उन्होंने कहा कि आतंकवाद क्षेत्र के लिए बड़ा खतरा बन गया है। लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों से निपटने के लिए सदस्य देशों के बीच सुरक्षा सहयोग बढ़ाने की जरूरत है।

भारत और रूस के अलावा इस बैठक में ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, चीन, तजाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के प्रतिनिधियों ने शिरकत की। बैठक में अफगानिस्तान की सुरक्षा स्थिति तथा उसके समक्ष मानवीय चुनौतियों समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गयी। इस दौरान व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि दुर्भाग्य से, जब से अमेरिकी सशस्त्र बल अफगानिस्तान से गए हैं स्थिति में सुधार नहीं हुआ है। पुतिन ने कहा, “स्थिति बहुत जटिल है लेकिन हम समाधान खोजने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। हमने काबुल में देश के नेताओं से संपर्क किया है। हम जानते हैं कि बड़ी आर्थिक परियोजनाओं को लागू करने की योजना है जो अर्थव्यवस्था में स्थिति को स्थिर कर सकती है।”