रूस (Russia) से कच्चे तेल (Crude Oil) के आयात (Import) में पिछले कुछ महीनों में काफी बढ़ोतरी देखी गई है। भारत अब इसके साथ ही कुछ अन्य चीजों का आयात भी तेजी से बढ़ा रहा है। इनमें धनिया (coriander seed) पिछले कुछ समय में ही काफी तेजी पकड़ चुका है। खास बात यह है कि भारत परंपरागत रूप से रूस से थर्मल कोयले और पेट्रोलियम पदार्थों का ही आयात करता है। भारत के आधिकारिक व्यापार डेटा से पता चलता है कि रूस से धनिया के बीज का आयात चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों में साल-दर-साल 1313% बढ़कर 23,000 टन से थोड़ा अधिक हो गया।
मसालों के आयात में 1200 फीसदी की तेजी
रूस से मसालों का आयात तेजी से बढ़ रहा है। आंकड़ों पर नजर डालें तो रूस से मसाले का आयात अप्रैल-नवंबर में 1272% बढ़कर 18.64 मिलियन डॉलर हो गया जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में अपेक्षाकृत मामूली 1.36 मिलियन डॉलर था। अप्रैल-नवंबर में भारत में धनिया के बीज का कुल आयात साल-दर-साल लगभग 250% बढ़कर 26,143 टन हो गया। भारत के धनिया बीज के आयात में रूस का हिस्सा 88% था। रूस से कमोडिटी के आयात की बात करें तो अप्रैल-नवंबर में सालाना आधार पर दोगुने से भी अधिक बढ़कर 10.20 मिलियन डॉलर से 22.24 मिलियन डॉलर हो गया।
धनिया से प्रमुख निर्यातक कौन हैं?
धनिया के प्रमुख निर्यातक देशों में रूस, इटली और बुल्गारिया शामिल हैं। अप्रैल-नवंबर में इटली और बुल्गारिया से धनिया बीज के आयात में साल-दर-साल क्रमशः 83.9% और 40.8% की तेजी से गिरावट आई। 2021-22 के इसी आठ महीनों में इटली भारत का सबसे बड़ा मसाला आपूर्तिकर्ता था, जबकि बुल्गारिया रूस के पीछे तीसरे स्थान पर था। बता दें कि धनिया एक रबी फसल है जिसकी बुआई अक्टूबर-दिसंबर में होती है और कटाई फरवरी से मई तक होती है। मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात प्रमुख धनिया उत्पादक राज्य हैं। भारत में धनिया बीज की सबसे प्रमुख किस्म ईगल, डबल तोता, सिंगल तोता और सुपर ग्रीन अन्य प्रमुख किस्में हैं।
कमोडिटी निर्यात में आई गिरावट
अप्रैल-नवंबर में कमोडिटी का देश का निर्यात 5,050 टन घटकर लगभग 21,317 टन रह गया। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में निर्यात में 12% की गिरावट आई, जबकि 2020-21 के अप्रैल-नवंबर में वे 18.7% बढ़े।