देश में कोरोना संक्रमण का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है हर दिन मौत का आंकड़ा पुराने रिकॉर्ड को तोड़ रहा है। इस महामारी से ढाई लाख लोगों ने अपनी जान गंवा दी है, लेकिन रिकॉर्ड किए जा रहे केस में सबसे ज्यादा युवाओं के संक्रमित होने के आंकड़े ज्यादा है। ऐसे में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के प्रमुख डॉ बलराम भार्गव ने युवाओ के अधिक संक्रमित होने के दो मुख्य कारण बताए हैं ।
डॉ बलराम भार्गव ने ये भी बताया कि महामारी की पहली और दूसरी लहर से प्रभावित लोगों में बहुत अधिक उम्र का अंतर नहीं है। उन्होंने कहा, हमने पाया है कि युवा लोग एक से जगह से दूसरी जगह अधिक जा रहे हैं, इसलिए उनमें संक्रमण तेजी से फैल रहा है, हालांकि वेरिएंट की मौजूदगी भी इसका एक कारण हो सकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस वार्ता के दौरान डॉ भार्गव से पूछा गया कि क्या केंद्र उन बच्चों के टीकाकरण के लिए कुछ विचार कर रही है ,जिनपर तीसरी लहर के दौरान अधिक सवधानी बरतने की सलाह दी जा रही है । उन्होंने कहा कि हम अगस्त से विश्लेषण कर रहे हैं जिसमें पाया है कि, 45 साल से अधिक उम्र के लोग प्रतिकूल परिणाम के प्रति अधिक संवेदनशील हैं और अस्पताल में मृत्यु दर लगभग 9.6 से 9.7 प्रतिशत है।
केंद्र की तरफ से यह भी बताया गया कि कोरोना की पहली लहर में प्रभावित होने वाले 31 प्रतिशत लोग 30 साल से कम उम्र के थे जबकि 2021 में यह प्रतिशत बढ़कर 32 हो गया है ।
सरकार के अनुसार, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, छत्तीसगढ़, बिहार, गुजरात, मध्य प्रदेश और तेलंगाना सहित 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में रोज नए कोविड -19 मामलों में निरंतर कमी दिख रही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बुधवार सुबह तक पिछले 24 घंटों में 3,48,421 नए कोविड -19 मामले और 4,205 लोगों की मौत दर्ज की गई हैं। इसके अलावा, इसी अवधि के दौरान 3,55,338 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी गई। देश में कोरोनोवायरस के कुल मामलों की संख्या 2,33,40,938 तक पहुंच गई है, जिनमें से 37,04,099 सक्रिय मामले हैं, कुल 2,54,197 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि 1,93,82,642 लोग ठीक हो चुके हैं। 9 मार्च के बाद पहली बार लगातार दूसरे दिन सक्रिय मामलों में गिरावट आई है।

