Karachi Bakery: भारत और पाकिस्तान के बीच में तनाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इन सब के बीच हैदराबाद में फेमस कराची बेकरी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी शुरू हो गया है। इस बेकरी के मालिक ने कहा हमारे दादा ने इसका नाम कराची के नाम पर रखा था। उन्होंने कहा कि काफी लोग प्रदर्शन कर रहे हैं कि यह कराची की है। लेकिन असलियत यह है कि यह भारतीय ब्रांड है ना कि पाकिस्तान का ब्रांड है।

समाचार न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में हैदराबाद में कराची नाम की बेकरी के मालिक ने कहा, ‘यह हमारा ब्रांड कराची बेकरी 1953 से हैदराबाद में ही है। हमारे दादा ने इसे हैदराबाद में ही शुरू किया था। हम लोगों को आज 72 साल हो गए, सब कुछ हमारा इंडिया में ही है। ब्रांड हमारा कराची बेकरी इसलिए रखा गया था क्योंकि हमारे दादा 1947 में विभाजन के बाद जब वो भारत आए थे तो वहां से एक नाम वो लेकर आए थे।’

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सीएम और डीजीपी से किया आग्रह

कराची नाम की बेकरी के मालिक ने आगे कहा, ‘उस टाइम पर भी वो हैदराबाद में ही थे और हैदराबाद में हमारे दादा यह नाम लेकर आए थे।’ एक अन्य शख्स ने कहा, ‘हमारे मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, हमारे डीजीपी साहब और हमारे कमिश्नरेट सब को रिक्वेस्ट करते हैं कि हमे सपोर्ट करिए। इस समय सारा इंडिया जो गुजर रहा है इस समस्या से हम सब कुछ समझते हैं। हमारा सपोर्ट करें। सभी अधिकारी हमारी बेकरी के नाम में किसी भी तरह के बदलाव को रोकने में मदद करें। लोग शहर भर में बेकरी की दुकानों पर तिरंगा लगा रहे हैं। काफी लोग प्रोटेस्ट कर रहे हैं कि ये कराची की है। लेकिन असलियत यह है कि यह भारतीय ब्रांड है ना कि पाकिस्तान का ब्रांड है।’

काफी मशहूर है कराची बेकरी

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बेकरी की दुनिया में कराची बेकरी का नाम काफी ऊपर रखा जाता है। पिछले कई दशकों से कराची बेकरी हैदराबाद में केक का हब बना हुआ है। कराची बेकरी की सबसे बड़ी खासियत इसका बजट होता है। इस पर कई तरह के बिस्कुट भी मिलते हैं। हैदराबाद और सिकंदराबाद को मिलाकर कराची बेकरी के 15 से अधिक स्टोर मौजूद हैं। कंपनी 20 से ज्यादा देशों में बिस्कुट समेत कई चीजों का निर्यात करती है। इनमें अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। सर्वदलीय बैठक में क्या हुआ?