देश के पूर्वोत्तर राज्यों को भी जल्द ही वंदे भारत ट्रेन मिलने वाली है। उम्मीद की जा रही है कि गुरुवार को न्यू जलपाईगुड़ी से गुवाहाटी तक देश के हिस्से में पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाई जाएगी। अतिरिक्त मंडल रेल प्रबंधक (ADRM) संजय चिलवारवार कटिहार ने यह ऐलान किया है कि 17वां वंदे भारत असम को पश्चिम बंगाल से जोड़ेगी। ADRM के अनुसार इसे गुरुवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हरी झंडी दिखाई जाएगी। आठ कोच वाली इस ट्रेन का पहला ट्रायल रन रविवार को हुआ।
इससे पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पीएम ने जून तक लगभग सभी राज्यों में वंदे भारत चलाने का लक्ष्य रखा है. उन्होंने कहा, “वंदे मेट्रो को 100 किमी से कम की दूरी और दैनिक यात्रा के लिए डिजाइन किया जा रहा है।”
देश में के अलग-अलग हिस्सों में चलने वाली वंदे भारत ट्रेनों की सूचि
- नई दिल्ली – वाराणसी
- नई दिल्ली – श्री माता वैष्णो देवी कटरा (जम्मू-कश्मीर)
- गांधीनगर-मुंबई
- नई दिल्ली – अंब अंदौरा
- चेन्नई-मैसूर
- नागपुर-बिलासपुर
- हावड़ा – न्यू जलपाईगुड़ी
- सिकंदराबाद-विशाखापत्तनम
- मुंबई- सोलापुर
- मुंबई- शिर्डी
- हजरत निजामुद्दीन-रानी कमलापति स्टेशन
- सिकंदराबाद- तिरुपति
- चेन्नई-कोयंबटूर
- अजमेर-दिल्ली कैंट
- तिरुवनंतपुरम-कासरगोड
- पुरी- हावड़ा
चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में बनाई गयी वंदे भारत एक्सप्रेस बेहतरीन सुविधाओं से लैस एक स्व-चालित ट्रेन है जो एक सुखद यात्रा का अनुभव देती है। पिछले हफ्ते ओडिशा को पुरी से हावड़ा के बीच चलने वाली अपनी पहली वंदे भारत ट्रेन मिली थी, जिसे पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लॉन्च किया था। भद्रक रेलवे स्टेशन के पास रविवार दोपहर को नई लॉन्च की गई ट्रेन बिजली और ओलावृष्टि की चपेट में आ गई, जिससे चालक के केबिन की विंडस्क्रीन टूट गई थी।
यह वंदे भारत ट्रेन 110 किलोमीटर प्रतिघंटे की अधिकतम स्पीड से इस रूट पर चलेगी। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने इस रूट पर नई वंदे भारत के उद्घाटन की तैयारी भी शुरू कर दी है, लेकिन इसके उद्घाटन को लेकर अभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है।