उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में त्रिपुरा के छात्र एंजेल चकमा की हत्या कर दी गई थी। 9 दिसंबर को देहरादून में एंजेल पर 6 लोगों ने हमला किया था। 26 दिसंबर को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। इस बीच एंजेल चकमा की हत्या के विरोध में बुधवार को पूर्वोत्तर के छात्रों ने देहरादून में कैंडल मार्च निकाला और नस्लीय दुर्व्यवहार के खिलाफ नारे लगाते हुए उसके लिए इंसाफ मांगा।

छात्रों ने देहरादून में निकाला कैंडल मार्च

‘यूनिफाइड त्रिपुरा स्टूडेंटस एसोसिएशन’ (UTSA) के बैनर तले देहरादून के विभिन्न संस्थानों में पढ़ने वाले पूर्वोत्तर के छात्र गांधी पार्क के बाहर इकट्ठा हुए और हाथों में मोमबत्ती लेकर घंटाघर तक मार्च निकाला। इस मार्च में अन्य राज्यों के कुछ छात्र भी शामिल हुए। एंजेल चकमा की तस्वीर वाला बैनर लिए हुए छात्र ‘रेसिज्म (नस्लवाद) बंद करो’, ‘वी आर इंडियंस (हम भारतीय हैं), ‘वी वांट जस्टिस (हमें इंसाफ चाहिए)’ जैसे नारे लगा रहे थे।

यूटीएसए (देहरादून) के महासचिव चुरांटा त्रिपुरा ने आरोप लगाया कि पुलिस इस मामले को दबाना चाहती है और इसलिए इसे ‘नस्लवाद’ नहीं मान रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि फिलहाल नए साल के कारण ट्रैफिक की समस्या का बहाना बनाकर पुलिस ने उन्हें विरोध मार्च भी बंद करने को कहा।

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चकमा का परिवार और उनके साथी इस घटना को ‘नस्लवादी टिप्पणियों’ का परिणाम बता रहे हैं वहीं देहरादून पुलिस का कहना है कि उसे अब तक की जांच में ‘नस्लीय दुर्व्यवहार’ का कोई सबूत नहीं मिला है। देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने कहा है कि देहरादून में देश भर से छात्र पढ़ने आते हैं जिनमें से पूर्वोत्तर के भी करीब 2000 से अधिक छात्र हैं। अजय सिंह ने कहा कि त्रिपुरा के ही करीब 250 छात्र यहां पढ़ रहे हैं। उन्होंने सभी छात्रों को सुरक्षा का भरोसा दिलाते हुए कहा कि इस तरह की वारदात करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें सख्त सजा दिलायी जाएगी।

एंजेल चकमा के पिता का आरोप

एंजेल चकमा के पिता ने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हमले के बाद उन्होंने इसे मामूली मामला बताकर एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया। एंजेल के पिता तरुण प्रसाद चकमा ने कहा, “हम एफआईआर दर्ज कराना चाहते थे, लेकिन यह कहकर मना कर दिया गया कि यह मामूली मामला है। जब हम वहां गए, तभी उन्होंने आखिरकार मामला दर्ज किया।” पढ़ें Tripura Student Murder: मृतक छात्र के पिता का बड़ा आरोप