देश के उत्तरी हिस्से में मंगलवार (17 मई) को भी भयंकर गर्मी का प्रकोप जारी रहा और लू चलती रही। राजस्थान के बाड़मेर और जैसलमेर में तापमान 47 डिग्री और इससे ज्यादा दर्ज किया गया। दूसरी ओर तमिलनाडु और केरल के तटीय इलाकों में भारी बारिश से काफी नुकसान हुआ है। राजस्थान के कई इलाकों में बहुत तेज गर्मी रही। बाड़मेर का तापमान 47.5 डिग्री सेल्सियस और जैसलमेर का तापमान 47 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जयपुर स्थित मौसम विभाग केंद्र ने बताया कि कोटा में 46.3, श्रीगंगानगर 46, वनस्थली 45.6, चित्तौड़गढ़ 44.5, डबोक 44.3, जयपुर 44 और अजमेर 43.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
हरियाणा के हिसार शहर का पारा एक बार फिर से 45.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। देश की राजधानी दिल्ली का तापमान 43.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस मौसम के सामान्य तापमान से तीन डिग्री अधिक है। मौसम विभाग ने बुधवार (18 मई) को भी इसी तरह की गर्मी पड़ने की चेतावनी दी है।
उधर, देश के दक्षिण में अनेक हिस्सों में भारी बारिश हुई है। केरल के दक्षिणी जिलों में भारी बारिश से काफी नुकसान हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि बारिश और उमड़ते समुद्र से केरल के तटीय जिलों तिरुवनंतपुरम, अलप्पुझा और एर्नाकुलम में सैकड़ों घर उजड़ गए। अधिकारियों ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को वहां से निकालने का काम शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि प्रभावित लोगों को रखने के लिए राहत शिविरों को खोल दिया गया है। तिरुवनंतपुरम का पारा 31.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
तमिलनाडु के कई इलाकों में मंगलवार को भी बारिश होती रही। मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव बनने से दक्षिणी राज्यों के तटीय इलाकों में अगले दो दिन भी भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। बारिश के कारण दक्षिणी राज्यों के निवासियों को भयंकर गर्मी से कुछ राहत मिली है।
देश के पूर्वी क्षेत्र में गर्मी का प्रकोप जारी रहा। ओड़ीशा के संबलपुर का तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि राज्य के तटीय इलाकों में लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली। ओड़ीशा में संबलपुर राज्य का सबसे गर्म क्षेत्र रहा, जबकि सोनेपुर का तापमान 42.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हीराकुड और तिलचर का तापमान 41.4 डिग्री सेल्सियस रहा।