उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में पर्यटकों का जमावड़ा लगा है। लेकिन इसबार यहां बमुश्किल ही बर्फबारी हुई है। आमतौर पर इस मौसम में गुलमर्ग बर्फ से ढका होता है। इससे भारत की सर्दियों पर ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव की चिंता सताने लगी है।
हिमाचल, पहलगाम और उत्तराखंड में भी नहीं पड़ी बर्फ
समाचार एजेंसी एएनआई ने एक वीडियो एक्स पर पोस्ट किया जिसमे गुलमर्ग का मशहूर सुरम्य शहर बंजर और सूखा दिखाई दे रहा है और जमीन पर बर्फ के केवल टुकड़े दिखाई दे रहे हैं। सिर्फ गुलमर्ग ही नहीं बल्कि कश्मीर के पहलगाम समेत पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी औसत से कम बर्फबारी हुई है।
लॉन्ग ड्राई स्पैल का मतलब होता है कि जब लंबे समय तक बर्फबारी ना हो। अमूमन इस दौरान 4 से 6 फीट मोटी बर्फ की चादर दिखाई देती है। पिछले साल की गुलमर्ग की एक तस्वीर में यह क्षेत्र बर्फ की मोटी चादर से ढका हुआ दिखाई दे रहा है और जमीन का एक इंच भी हिस्सा दिखाई नहीं दे रहा है। लेकिन इस वर्ष ज़मीन पर बर्फ न होने के कारण यह क्षेत्र ड्राई दिखाई दे रहा है।
गुलमर्ग में ड्राई सर्दी क्यों पड़ रही है?
मौसम विभाग ने कहा है कि इस सर्दी में शुष्क मौसम ड्राई विंटर देखा गया और कश्मीर घाटी में बारिश में 79% की गिरावट देखी गई और बमुश्किल बर्फबारी हुई। कश्मीर मौसम विभाग के निदेशक मुख्तार अहमद ने एएनआई को बताया, “पूरा दिसंबर और जनवरी का पहला सप्ताह ड्राई रहा है। आने वाले दिनों में बारिश की संभावना नहीं है। 16 जनवरी की दोपहर तक मौसम ड्राई रह सकता है। पिछले तीन से चार दिनों से शुरुआती बर्फबारी का सिलसिला बना हुआ है। अल नीनो नवंबर से जारी है और अगले महीने तक जारी रह सकता है।”
मौसम विभाग के मुताबिक तत्काल राहत की उम्मीद नहीं है क्योंकि ड्राई मौसम की स्थिति अगले महीने तक बनी रहेगी। मौसम विभाग कम बर्फबारी का श्रेय मौजूदा अल नीनो मौसम को दे रहे हैं जिसके कारण 2023 रिकॉर्ड पर सबसे गर्म साल रहा।