Vice President Jagdeep Dhankhar News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बार-बार भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने का दावा करते रहे हैं। इन सभी के बीच अब उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने साफ मैसेज देते हुए कहा कि दुनिया में ऐसी कोई ताकत नहीं है जो भारत को यह निर्देश दे सके कि उसे अपने मामलों को कैसे संभालना है। उन्होंने कहा कि हम एकजुट होकर काम करते हैं।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ वीपी एन्कलेव में इंडियन डिफेंस स्टेट सर्विस के 2024 बैच के अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘बाहरी बयानों से प्रभावित न हों। इस देश, एक संप्रभु राष्ट्र, में सभी फैसले लीडरशिप की तरफ से लिए जाते हैं। दुनिया में कोई भी ताकत भारत को यह निर्देश नहीं दे सकती कि उसे अपने मामलों को कैसे संभालना है। हम एक ऐसे राष्ट्र और राष्ट्रों में रहते हैं जो एक समुदाय हैं। हम एकजुट होकर काम करते हैं, हम तालमेल से काम करते हैं। हमारे बीच आपसी सम्मान है, कूटनीतिक संवाद हैं। लेकिन हम संप्रभु हैं, हम अपने फैसले खुद लेते हैं।’
डोनाल्ड ट्रंप ने किया था दावा
धनखड़ ने डोनाल्ड ट्रंप का नाम नहीं लिया है, लेकिन उनका यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा सीजफायर के दावे को दोहराने और यह कहने के एक दिन बाद आया है कि दोनों देशों के बीच हुए युद्ध में पांच जेट मार गिराए थे। शनिवार को कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद में इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण देने के लिए एक बयान देने की मांग की।
उपराष्ट्रपति धनखड़ बोले- यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति के खिलाफ
विपक्ष पर साधा निशाना
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधते हुए कहा, ‘क्या हर खराब गेंद को खेलना जरूरी है? क्या यह माथापच्ची करने की जरूरत है कि किसने क्या कहा। क्रिकेट के मैदान पर अच्छे रन बनाने वाला हमेशा खराब गेंदें छोड़ता है। वे लुभावनी होती हैं, लेकिन कोशिश नहीं की जाती और जो कोशिश करते हैं, उनके लिए आपके पास विकेटकीपर और गली में किसी और के सेफ गलब्स होते हैं।’
हमने सबक सिखाया – उपराष्ट्रपति
जगदीप धनखड़ ने कहा, ‘हमने सबक सिखाया, अच्छी तरह से सिखाया। हमने बहावलपुर और मुरीदके को चुना और फिर उसे एक रिजल्ट पर पहुंचाया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ खत्म नहीं हुआ है, यह जारी है। कुछ लोग सवाल पूछते हैं कि इसे क्यों रोका गया? हम एक ऐसा राष्ट्र हैं जो शांति और अहिंसा में विश्वास करता है, बुद्ध, महावीर और गांधी की भूमि है। हम जिंदा प्राणियों को भी नहीं मारना चाहते, हम इंसानों को कैसे निशाना बना सकते हैं? मकसद था दूसरों में समझदारी और मानवता की भावना जगाना।’ जस्टिस वर्मा के घर से मिले कैश पर बोले उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़