Telangana Factory Blast: तेलंगाना के सिगाची फार्मा फैक्ट्री में हुए धमाके में मरने वालों की संख्या मंगलवार को 36 हो गई, जबकि सोमवार को हुए विस्फोट के बाद से लापता लोगों के परिवार के सदस्य और रिश्तेदार अपने प्रियजनों के बारे में कुछ खबर मिलने की उम्मीद में बेचैनी में घंटों बिता रहे हैं। इनमें रमेश का रिश्तेदार साजना भी धमाके के बाद से लापता है।

रमेश ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘कोई भी हमें यह नहीं बता पा रहा है कि वह जिंदा है या मर चुका है। हम कुछ खबर पाने के लिए घंटों इंतजार कर रहे हैं। संगारेड्डी के सरकारी अस्पताल में एक अन्य लापता कर्मचारी अखिलेश कुमार के परिवार के सदस्य ने कहा, ‘उसे काम पर आए हुए सिर्फ तीन महीने हुए हैं। वह इस फ़ैक्ट्री में इसलिए आया क्योंकि उसे अच्छी तनख्वाह मिल रहा था। हम किसी खबर का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।’

सीएम ने घटनास्थल का दौरा किया

धमाके की वजह से तीन मंजिला फैक्ट्री का बड़ा हिस्सा मलबे में तब्दील हो गया। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने मंगलवार सुबह घटनास्थल का दौरा किया और मृतकों के परिजनों को सिगाची और राज्य सरकार की ओर से एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की। गंभीर रूप से घायलों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। बचाव दल के अनुसार, कई लोग 50 फीसदी तक जल गए हैं। सीएम रेड्डी ने कहा, ‘एक रिपोर्ट पेश की जाएगी और इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’

धमाके की वजह से 100 मीटर दूर गिरे मजदूर

सिगाची केमिकल्स क्या बनाती है?

सिगाची केमिकल्स लकड़ी के गूदे से MCC या माइक्रोक्रिस्टलाइन सेलुलोज बनाती है। MCC का इस्तेमाल फार्मास्युटिकल कैप्सूल को बनाने में किया जाता है। तेलंगाना पुलिस ने कंपनी मैनेजमेंट के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और जानबूझकर गंभीर चोट पहुंचाने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। फैक्ट्री में मलबे को हटाने के लिए अर्थमूवर्स का इस्तेमाल किया गया। इसके अलावा एसडीआरएफ के बचावकर्मियों ने फावड़े का भी इस्तेमाल किया। घटनास्थल से कुछ ही दूर पाटनचेरू में रिश्तेदारों की भीड़ लापता लोगों की तलाश कर रही थी।

हमने अस्पताल के अंदर नहीं जाने दिया – लता

भीमराव भी इसमें लापता हैं। उनकी पत्नी लता ने कहा, ‘हमें बताया गया है कि वह केवल घायल है और आईसीयू में है। लेकिन किसी ने हमें अस्पताल के अंदर नहीं जाने दिया और किसी ने भी उसकी पहचान नहीं की।’ फैक्ट्री में काम करने वाले कुछ लोगों के रिश्तेदार भी बिहार और झारखंड सहित अन्य राज्यों से आने लगे हैं। अधिकारियों के अनुसार, धमाके के समय घटनास्थल पर 143 लोग मौजूद थे। इनमें से 60 लोग सुरक्षित बताए गए हैं। 34 लोग घायल हुए हैं। उनका इलाज आसपास के अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है।