देश के पांच राज्यों में हुए विधासभा चुनाव के बाद आए परिणाम के अगले दिन(11 दिसंबर) राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू नाराज हो गए। वेंकेया की नाराजगी का कारण ट्रेजरी बेंच थी, जिसमें मंत्रियों को शामिल होना था। लेकिन पहले से तय बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की मीटिंग में कोई भी मंत्री नहीं पहुंचा। बैठक में शामिल होने वेंकैया 10 बजे पहुंच गए थे। जहां उन्हें मंत्रियों के न आने की जानकारी मिली।
जानकारी के मुताबिक, मध्यप्रदेश की ग्वालियर लोकसभा सीट से सांसद और संसदीय कार्य मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भोपाल में होने के चलते नहीं आ पाए। जबकि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद विजय गोयल शादी के कारण नहीं शामिल हो पाए। गोयल ने परिवार में शादी होने के चलते मीटिंग में न पहुंच पाने के बारे में पहले ही बता दिया था। गोयल ने अपने अनुपस्थित रहने के बारे में लिखित में दे रखा था।
वहीं, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली सूचना देने के बाद पहुंच गए थे। लेकिन तब तक मीटिंग में मंत्रियों के न आने से नाराज सभापति एम वेंकैया नायडू ने बैठक स्थगित कर दी। अब अगली बैठक मंगलवार को होगी।
बता दें कि, मंगलवार को आए चुनाव परिणाम बीजेपी के खिलाफ ही रहे। भाजपा हिंदी पट्टी के अपने तीनों गढ़ हार गई। इसे लेकर मीटिंग से नदारद रहे नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा था कि एनडीए की लोकप्रियता अब पहले जैसी नहीं है। तोमर ने कहा था कि, ‘एनडीए की लोकप्रियता में गिरावट आई है। नतीजों में चौंकाने वाली बात नहीं। यह बात चुनाव के दौरान भी कहते रहे हैं। लेकिन भाजपा इन परिणामों को लेकर सहज है’। तोमर ने यह बयान मंगलवार से शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से दिया था।