Karnataka News: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, ‘किसी भी हिंदू या मुस्लिम को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं है।’ यह बात सिद्धारमैया ने उस दौरान कही, जब उनसे एक इंटरव्यू (न्यूज18) के दौरान दक्षिणी राज्य में नैतिक पुलिसिंग और भीड़-हिंसा के तीन हालिया मामलों को लेकर सवाल किया गया। उनके साथ डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, ‘किसी भी हिंदू या मुस्लिम को कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। जब नैतिक पुलिसिंग की बात आती है तो हम बहुत सख्त हैं। हम ऐसी चीजों की इजाजत नहीं देंगे।’

बता दें, 6 जनवरी को बेलगावी में 17 लोगों की भीड़ ने अलग-अलग धर्मों के दो चचेरे भाइयों पर हमला किया। 8 जनवरी को पुरुषों के एक समूह ने हैवर जिले में एक लॉज में घुसकर एक अंतरधार्मिक जोड़े पर हमला किया, जिसमें वे ठहरे हुए थे। 10 जनवरी को मुदिगेरे शहर के एक बस स्टैंड पर कॉलेज के छात्रों को कथित तौर पर चॉकलेट देने पर पुरुषों के एक समूह ने दूसरे समुदाय के लड़कों पर हमला किया था।

इस दौरान सिद्धारमैया ने बीजेपी पर पलटवार किया। उन्होंने अपनी सरकार द्वारा लागू की गई योजनाओं को गिनाया और पूछा, ‘एक सोई हुई सरकार इन योजनाओं को कैसे लागू कर सकती है।’

डिप्टी सीएम शिवकुमार ने भी बीजेपी के अभियान पर पलटवार करते हुए कहा, ‘हम पांच साल पूरे करेंगे। हम किसी भी नैतिक पुलिसिंग को प्रोत्साहित नहीं करते हैं। हम राज्य की कानून-व्यवस्था के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

कांग्रेस के पांचवें चुनावी वादे युवा निधि के बारे में बात करते हुए, जिसे 70,000 से अधिक आवेदक प्राप्त हुए हैं और सिद्धारमैया और शिवकुमार द्वारा शिवमोग्गा में बहुत धूमधाम से लॉन्च किया गया था, सीएम ने कर्नाटक के लोगों के सामाजिक-आर्थिक कल्याण के लिए पार्टी की प्रतिबद्धता दोहराई।

यह पूछे जाने पर कि लोकसभा चुनावों में सबसे पुरानी पार्टी द्वारा इन गारंटियों और वादों को किस हद तक पूरा किए जाने की उम्मीद है। सिद्धारमैया ने कहा कि कांग्रेस वोट के लिए या लोगों को “तुष्ट” करने के लिए योजनाएं शुरू नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि हम लोकसभा चुनावों के लिए गारंटी पर निर्भर नहीं हैं। ये गारंटी राज्य के लोगों के लिए हैं। हम लोगों के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह गारंटी इसी के लिए है।

इस दौरान डीके शिवकुमार ने कांग्रेस की पांच गारंटी की तुलना हाथ की पांच उंगलियों से की। उन्होंने कहा कि ये पांच गारंटी एक मुट्ठी बनाती हैं, और यह हमें मजबूत बनाती हैं। आज राज्य पार्टी अध्यक्ष के रूप में मैं कह सकता हूं कि हमने जो भी वादा किया था उसे पूरा किया है। मैं युवाओं को यह भी सलाह देता हूं कि वे कर्मचारी न बनें, उन्हें भविष्य में नियोक्ता बनने का प्रयास करना चाहिए।

शिवकुमार ने यह भी कहा कि कांग्रेस की वोट बैंक की राजनीति में शामिल होने की योजना नहीं है और वह अपनी योजनाओं के माध्यम से मतदाताओं को लुभा नहीं कर रही है। डीके ने कहा कि ये योजनाएं एक मजबूत, उज्जवल और सफल कर्नाटक के लिए हैं, वोट बैंक की राजनीति नहीं हैं।