राजद प्रमुख लालू प्रसाद के बेटे तेजस्‍वी यादव को बिहार की नीतीश सरकार में उप मुख्‍यमंत्री बनाए जाने को लेकर काफी आलोचना हो रही है। आलोचना दो बातों के चलते हो रही है। एक तो परिवारवाद को बढ़ावा दिए जाने को लेकर और तेजस्‍वी के अनुभव-शिक्षा को लेकर। तेजस्‍वी पहली बार विधायक बने हैं। वह केवल नौवीं पास हैं। तेजस्‍वी ने आलोचनाओं का जवाब यह कह कर दिया है कि उन्‍होंने अपने परिवार में दो-दो सीएम देखे हैं। वैसे नीतीश सरकार में तेजस्‍वी के अलावा भी 11 ऐसे मंत्री हैं जिन्‍होंने स्‍कूल के आगे पढ़ाई नहीं की है। नीतीश सरकार के सभी 28 मंत्रियों की डिग्री पर एक नजर:

ये मंत्री दसवीं क्‍लास से आगे नहीं गए 

रामविचार राय (कृषि मंत्री): दसवीं तक पढ़े।

तेजस्‍वी प्रसाद यादव (उप मुख्‍यमंत्री और सड़क मंत्री): नौवीं तक पढ़ाई की।

फिरोज अहमद (गन्‍ना मंत्री): दसवीं तक पढ़े

कपिलदेव कामत (पंचायती राज मंत्री): मैट्रिक तक भी नहीं पढ़े हैं।

इन्‍होंने नहीं की बारहवीं से आगे की पढ़ाई 

अनिता देवी (पर्यटन मंत्री): बारहवीं तक पढ़ीं।

श्रवण कुमार (ग्रामीण विकास और संसदीय मामलों के मंत्री): बारहवीं तक पढ़े।

कुमारी मंजू वर्मा (सामाजिक कल्‍याण मंत्री): बारहवीं तक पढ़ीं।

माहेश्‍वर हजारी (शहरी विकास और आवास मंत्री): बारहवीं तक पढ़ाई की।

अब्‍दुल जलील मस्‍तान (रजिस्‍ट्रेशन व एक्‍साइज यानी निबंधन और आबकारी मंत्री): आईकॉम तक पढ़े हैं। यानी कॉमर्स से बारहवीं।

तेज प्रताप यादव (स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री और नीतीश कैबिनेट में नंबर तीन की हैसियत): बारहवीं तक पढ़े।

अब्‍दुल बारी सिद्दीकी ( वित्‍त मंत्री): बारहवीं तक पढ़े हैं।

बिजेंद्र प्रसाद यादव (ऊर्जा मंत्री): बारहवीं से आगे नहीं पढ़े।

ये मंत्री हैं ग्रैजुएट

ललन सिंह उर्फ राजीव रंजन सिंह (जल संसाधन मंत्री): ग्रैजुएट।

मुनेश्‍वर चौधरी (खनन मंत्री): ग्रैजुएट (आर्ट्स, लॉ)

मदन साहनी (खाद्य व उपभोक्‍ता संरक्षण मंत्री): ग्रैजुएट।

शिवचंद्र राम (कला, संस्‍कृति और युवा मामलों के मंत्री): ग्रैजुएट।

संतोष कुमार निराला (अनुसूचित जाति/जनजाति कल्‍याण मंत्री): ग्रैजुएट।

कृष्‍णनंदन प्रसाद वर्मा (पीएचईडी व कानून मंत्री): ग्रैजुएट।

अवधेश कुमार सिंह (पशुपालन व मछली पालन मंत्री): ग्रैजुएट।

ये हैं पोस्‍ट ग्रैजुएट 

विजय प्रकाश (श्रम संसाधन मंत्री): पोस्‍ट ग्रैजुएट।

चंद्रिका राय (परिवहन मंत्री): पोस्‍ट ग्रैजुएट।

चंद्रशेखर (आपदा प्रबंधन मंत्री): एम.एससी।

शैलेश कुमार (ग्रामीण कार्य मंत्री): पोस्‍ट ग्रैजुएशन की डिग्री।

तीन मंत्रियों के पास है पीएचडी की डिग्री

अशोक कुमार चौधरी (मानव संसाधन और सूचना तकनीक मंत्री): पीएचडी।

मदन मोहन झा (राजस्‍व व भूमि सुधार मंत्री): एमएससी, पीचडी।

अब्‍दुल गफूर (अल्‍पसंख्‍यक मामलों के मंत्री): एमए, पीएचडी।

इन्‍होंने ली है इंजीनियरिंग की डिग्री 

आलोक कुमार मेहता (सहकारिता मंत्री): इंजीनियरिंग की डिग्री।

जय कुमार सिंह (उद्योग और विज्ञान व तकनीक मंत्री): सिविल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट।

 

नीतीश कुमार की कैबिनेट में 19 नेता ऐसे हैं, जो कि पहली बार मंत्री बने हैं।

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