नितिन गडकरी की गिनती मोदी सरकार के टॉप मंत्रियों में होती है। नितिन गडकरी वर्तमान केंद्र सरकार के उन मंत्रियों में शामिल हैं, जो पूरी तरह से न सिर्फ शाकाहारी हैं बल्कि शराब का सेवन भी नहीं करते हैं। एक यू-ट्यूब चैनल (अनफ़िल्टर्ड बॉय समधीश) के साथ बातचीत में नितिन गडकरी ने बताया कि उनके साथ बैठकर लोग शराब और नॉन-वेज का सेवन करें तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं।

नितिन गडकरी ने बताया कि बचपन में मां द्वारा दिए गए संस्कारों की वजह से उन्होंने कभी नॉन-वेज और शराब का सेवन नहीं किया है। 

पॉडकास्ट में महाराष्ट्र की सियासत के दिग्गज नेता रहे बालासाहेब ठाकरे से जुड़ी एक घटना साझा करते हुए उन्होंने बताया कि वे एक बार रात में  बालासाहब से मुलाकात के लिए गए थे, तब वहां नासिक के सोला वाइन वाले चौगुले बैठे हुए थे। वो स्पेशल वाइन लेकर आए थे। बाला साहब ने ये वाइन ग्लास में डालकर सबको दी।

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बाला साहेब ने ली नितिन गडकरी की मौज

नितिन गडकरी ने बताया, “उन्होंने कहा तुम लो तो मैंने कहा बालासाहब मैं नहीं पिता तो बोले क्यों, तो मैंने कहा कभी पिया नहीं है, मैं नींबू शरबत पिऊंगा। वो चौगुले से बोले- चौगुले, ये चड्डी छाप है नितिन गडकरी। इसके लिए गोबर और गोमूत्र से वाइन बनाओ, तब ये पिएगा।”

नितिन गडकरी ने मुस्लिमों में शिक्षा के प्रसार की वकालत

मुस्लिम आबादी से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा कि भारतीयत्व ही हिंदुत्व है और हिंदुत्व ही राष्ट्रीयत्व है और सुप्रीम कोर्ट ने जो बताया है कि हिंदुत्व ही वे ऑफ लाइफ है, हमारे देश में जो मस्जिद में जाता है, बुद्ध विहार में जाता है, चर्च में जाता है, गुरुद्वारे में जाता है, मंदिर में जाता है उनकी उपासना पद्धति अलग है, पर सब भारतीय है।

नितिन गडकरी ने कहा कि भारतीयत्व, राष्ट्रीयत्व का संबंध हिंदू संस्कृति, इतिहास और विरासत से है। हिंदू जातिवाचक और सांप्रदायिक शब्द नहीं है। हिंदुत्व जीवन पद्धति है और इसलिए हम ऐसे भारतीय समाज का निर्माण करना चाहते हैं जो भारतीय संस्कृति में हिंदू संस्कृति के इतिहास, संस्कृति और विरासत के आधार पर खड़ा हो और हर व्यक्ति को उसमें धार्मिक अधिकार है। ये सही में संघ की बात है।

उन्होंने कहा कि हम लोग बिना समझे, हिंदुत्व मीन्स मुस्लिमों के खिलाफ, अल्पसंख्यकों के खिलाफ। हम न बहुसंख्यक मानते हैं, न अल्पसंख्यक मानते हैं। हम मानते हैं कि ये पूरा समाज अपना है और जात, पंथ, धर्म, भाषा से ऊपर उठकर हम किसी को डिस्क्रिमिनेट नहीं करेंगे, किसी को अपमानित नहीं करेंगे।

उन्होंने कहा कि पिछले ग्यारह सालों में हम कई योजनाएं लाएं, क्या हमने किसी भी योजना में लिखा क्या कि दलित और मुसलमान अप्लाई न करें। उन्होंने कहा कि शिक्षा का प्रसार बढ़ना चाहिए। मुस्लिम समाज को कांग्रेस के राज में क्या मिला? जब शिक्षा का प्रसार होगा, तब व्यक्ति में परिवर्तन होता है।

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