अपने गृह राज्य के दौरे पर गए केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी खुद ट्रैफिक जाम का शिकार हो गए। ये वाक्या तब हुआ जब वो पुणे में प्रस्तावित एक टनल परियोजना की साइट देखने जा रहे थे। लेकिन ट्रैफिक जाम होने की वजह से वो प्रोजेक्ट साइट पर नहीं जा सके। दरअसल वो जिस साइट पर जाने वाले थे वहां भीषण जाम लग गया। प्रस्तावित टनल इसी सड़क के विकल्प के रूप में बनाई जा रही है।

पुणे के कस्बा निर्वाचन क्षेत्र के बीजेपी विधायक हेमंत रसाने के अनुरोध के बाद गडकरी का दौरा हुआ। केंद्रीय मंत्री शनिवार पेठ में शनिवारवाड़ा के मुख्य द्वार के पास पहुंचे, जहां शिवाजी रोड और बाजीराव रोड एक दूसरे से मिलती हैं। दोनों सड़कों पर लंबा जाम लगा हुआ रहता है। शिवाजी रोड शनिवारवाड़ा-स्वरगेट दिशा के लिए खुला है और बाजीराव रोड स्वर्गेट-शनिवारवाड़ा दिशा के लिए खुला है।

गडकरी शनिवार पेठ में दो सड़कों की क्रासिंग पर पहुंचे, लेकिन उनका काफिला व्यस्त समय में ट्रैफिक में फंस गया। इसके बाद उन्होंने साइट का दौरा रद्द कर दिया और इसके बजाय अधिकारियों और रासने के साथ चर्चा की। गडकरी के साथ महाराष्ट्र के उच्च शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल भी थे।

नगर निगम और पुलिस के बीच नहीं रहा समन्वय

रसाने ने इसको लेकर कहा, “केंद्रीय मंत्री ने दो सड़कों के क्रासिंग का दौरा किया और शहर के की ट्रैफिक समस्या को हल करने के लिए सुरंगों की आवश्यकता को समझा। हालांकि, ट्रैफिक संबंधी समस्याओं की वजह से वे प्रोजेक्ट साइट का दौरा नहीं कर सके। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि पुणे नगर निगम (पीएमसी) के अधिकारियों और शहर की पुलिस के बीच समन्वय की कमी थी।”

बीजेपी विधायक ने कहा कि उन्होंने गडकरी से इस परियोजना के लिए केंद्र से बजट देने का अनुरोध किया है। इस बजट को राज्य सरकार या पुणे नगर निगम द्वारा लिया जाना है, जो पूरी लागत वहन नहीं कर सकता। रसाने ने कहा, “केंद्रीय मंत्री ने प्रस्ताव पर एक बैठक बुलाई है और हमें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।”

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शिवाजी रोड और बाजीराव रोड के विकल्प के रूप में शनिवारवाड़ा से स्वर्गेट और सारसबाग से शनिवारवाड़ा तक चार लेन की सुरंग प्रस्तावित की गई है। इसके बन जाने से शहर के बीच में लगने वाले ट्रैफिक जाम में कमी आएगी। दोनों सुरंगों की कुल लंबाई 2.5 किलोमीटर होगी।

रसाने द्वारा राज्य सरकार के समक्ष यह मुद्दा उठाए जाने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोक निर्माण विभाग को सुरंगों के लिए विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने का निर्देश दिया। बीजेपी विधायक ने कहा, “डीपीआर अगले 15 दिनों में तैयार हो जाएगी और यह पर्यावरण के अनुकूल पहल को सक्षम करेगी जो यातायात की समस्या को हल करते हुए विरासत संरचनाओं के संरक्षण को सुनिश्चित करेगी। सड़क से हर दिन एक लाख से अधिक वाहन गुजरते हैं।”