भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के स्वामित्व वाली 68 कलाकृतियों को मंगलवार (26 मार्च) की रात नीलाम किया गया। पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले में प्रत्यर्पण की कार्रवाई शुरू होने के बाद मोदी इस समय लंदन की जेल में बंद है। इस नीलामी से आयकर विभाग को 54.8 करोड़ रुपये हासिल हुए हैं। विभाग की तरफ से SaffronArt ने यह नीलामी आयोजित कराई। महान चित्रकार वीएस गायतोंडे की 1973 में बनाई गई एक अनाम पेंटिंग 25.24 करोड़ रुपये में नीलाम हुई। इतनी बोली लगने के बाद यह इस कलाकार की चौथी सबसे महंगी कलाकृति बन गई। SaffronArt के अनुसार, नीलामी से उसे 60.9 करोड़ रुपये मिले, जिसमें से कमीशन काटकर आयकर विभाग को 54.84 करोड़ रुपये मिलेंगे।
नीलामी कराने वाली कंपनी SaffronArt का चयन एक स्क्रीनिंग प्रक्रिया के बाद किया गया। इसके सीईओ और सह-संस्थापक दिनेश वजीरानी ने कहा, “हम 30-50 करोड़ के बीच कलेक्शन की उम्मीद कर रहे थे।” करीब दो घंटे चली नीलामी प्रक्रिया में गायतोंडे के अलावा एफएन डिसूजा की 10 पेंटिंग्स, जोगेन चौधरी, एफएन सूजा, अकबर पद्मसी और अतुल डोडिया की कुछ कलाकृतियां भी शामिल रहीं।
नीरव मोदी के कलेक्शन में कुछ एंटीक कलाकृतियां भी शामिल रहीं। मसलन, 1881 में राजा रवि वर्मा द्वारा बनाई गई वह पेंटिंग जिसमें 1880 में त्रिवेंद्रम (अब तिरुवनंतपुरम) आए बकिंघम के ड्यूक का स्वागत करते त्रावणकोर के महाराज और उनके छोटे भाई को दर्शाया गया है। इसके 12.18 करोड़ रुपये के बीच नीलाम होने की संभावना थी और यह बिकी 16.1 करोड़ में।

अकबर पद्मसी की 1960 में बनाई गई ‘ग्रे न्यूड’ नाम की पेंटिंग के 2 करोड़ रुपये में नीलाम होने की उम्मीद थी, मगर उसकी सबसे बड़ी बोली 1.72 करोड़ रुपये की ही लगी। नीलामी में कुछ चीनी कलाकारों की कलाकृतियां भी शामिल की गई थीं।

जिन तस्वीरों की नीलामी हुईं, उनमें अमृता शेरगिल का विवान सुंदरम द्वारा बनाया गया प्रोट्रेट शामिल रहा। यह 4.83 लाख रुपये में नीलाम हुआ। छह कलाकृतियां एक करोड़ रुपये से ज्यादा में बिकीं, जबकि 13 को कोई खरीदार नहीं मिला।