संसद के मॉनसून सत्र में ललित मोदी प्रकरण और व्यापमं मुद्दे को लेकर कांग्रेस की अगुआई वाले विपक्ष व सरकार के बीच जारी गतिरोध लोकसभा में कांग्रेस के 44 में से 25 सदस्यों को पांच दिनों के लिए निलंबित करने से और गहरा गया। इस बीच राज्यसभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों को निराधार करार देते हुए कहा है कि उन्होंने ललित मोदी को यात्रा दस्तावेज जारी करने के लिए ब्रिटिश सरकार से कोई अनुरोध नहीं किया था।
हंगामे के कारण सोमवार को लोकसभा एक बार के स्थगन और राज्यसभा को दो बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही को लगातार व जानबूझकर बाधित करने, नारेबाजी करने और पोस्टर दिखाने के कारण कांगे्रस के 25 सदस्यों को पांच बैठकों के लिए निलंबन करने का कड़ा कदम उठाया। उनके इस कदम से संसद में गतिरोध गहराने के संकेत मिले हैं क्योंकि तृणमूल कांगे्रस सहित नौ विपक्षी दलों ने इन निलंबित सदस्योें से एकजुटता दिखाते हुए सदन की कार्यवाही का बहिष्कार करने का ऐलान किया है।
लोकसभा में सुमित्रा महाजन ने हंगामे के बावजूद प्रश्नकाल की पूरी कार्यवाही चलवायी और एक बार के स्थगन के बाद सदन की बैठक फिर शुरू होने पर सदन में वही नजारा देखने को मिला। अध्यक्ष ने सदस्यों को कई बार चेतावनी दी। लेकिन इसका असर होते नहीं देख उन्होंने नियम 374 ए के तहत सदन की अगली लगातार पांच बैठकों के लिए कांगे्रस के 25 सदस्यों को निलंबित कर दिया। निलंबित किए गए सदस्यों में दीपेंद्र सिंह हुड्डा, निनोंग ईरिंग, सुष्मिता देव, राजीव सातव, के एच मुनियप्पा, थोकचम मेनिया, रंजीत रंजन, अबु हसन और अभिजीत मुखर्जी शामिल हैं। अध्यक्ष ने कहा कि मैं आज बहुत व्यथित हूं।
जिन नौ दलों ने सदन की कार्यवाही का पांच दिनों तक बहिष्कार करने का निर्णय किया है उनमें तृणमूल कांगे्रस, राकांपा, माकपा, भाकपा, आरएसपी, मुस्लिम लीग, राजद, जद(एकी) व आप शामिल हैं। मौजूदा लोकसभा में पहली बार सदस्यों को निलंबित करने की कार्रवाई हुई है।
उधर राज्यसभा में भी ललित मोदी विवाद और व्यापमं प्रकरण पर जवाबदेही तय किए जाने और विदेश मंत्री व राजस्थान, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के इस्तीफे की मांग पर कांगे्रस के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही बार-बार बाधित हुई। उपसभापति पीजे कुरियन ने कहा कि जब तक चर्चा नहीं शुरू होगी, प्रधानमंत्री जवाब नहीं दे सकते।
इसके बाद सुषमा ने कहा कि उन्होंने आइपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी को यात्रा दस्तावेज जारी करने के लिए ब्रिटिश सरकार से कोई अनुरोध नहीं किया था और उनके खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार व तथ्यहीन हैं। कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण वे अपनी बात पूरी नहीं कर सकीं और उपसभापति कुरियन ने हंगामे को देखते हुए बैठक 11 बजकर 15 मिनट पर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। जब बैठक शुरू हुई तो राज्यसभा में वही नजारा था। सदन में हंगामे को देखते हुए सभापति हामिद अंसारी ने सिर्फ पांच मिनट के अंदर ही बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे बैठक शुरू होने पर फिर हंगामा हुआ और इसी दौरान कांग्रेस के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के समीप आ गए। हंगामे को देखते हुए कुरियन ने दोपहर दो बजकर करीब 50 मिनट पर बैठक दिन भर के लिए स्थगित कर दी।
उल्लेखनीय है कि 21 जुलाई से शुरू हुए मानसून सत्र में अभी तक संसद के दोनों सदनों में ललित मोदी विवाद व व्यापमं घोटाले को लेकर कांगे्रस नीत विपक्ष के हंगामे के कारण गतिरोध बना हुआ है। लोकसभा अध्यक्ष और सरकार द्वारा अलग अलग समय पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठकों में भी इस गतिरोध का कोई हल नहीं निकल पाया।