लोकसभा में सोमवार को सभी 20 तारांकित प्रश्नों का उत्तर दिए गए। हालांकि इस दौरान 14 सदस्य सवाल पूछने के लिए सदन में उपस्थित नहीं थे जिनमें नौ भाजपा के थे। सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने तीन पूर्व दिवंगत सदस्यों चंद्रपाल शैलानी, के. रोसैया और राम नगीना मिश्र का हाल ही में निधन होने के बारे में सूचना दी और उनके संसदीय एवं राजनीतिक जीवन का संक्षिप्त उल्लेख किया।
बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू कराया, उसके साथ ही कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए। कई सदस्यों ने हाथों में तख्तियां भी ले रखी थीं। अध्यक्ष ने शोर-शराबे के बीच ही प्रश्नकाल शुरू कराया। कौशल विकास एवं उद्यमिता, संस्कृति, श्रम एवं रोजगार और शिक्षा मंत्रालयों से संबंधित प्रश्न पूछे गए संबंधित मंत्रियों ने इनके उत्तर भी दिए। सोमवार को प्रश्नकाल में सभी 20 तारांकित प्रश्नों के जवाब दिए गए। तारांकित प्रश्नों के जवाब मंत्री को सदन में देने होते हैं। इस दौरान तारांकित प्रश्न पूछने वाले भाजपा के नौ सदस्यों सहित 14 सदस्य उपस्थित नहीं थे। इनमें विनोद कुमार सोनकर, तेजस्वी सूर्या, पीपी चौधरी, संजय जायसवाल, सुनील कुमार सिंह, राकेश सिंह आदि शामिल थे।
लोकसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक राकेश सिंह ने जनसत्ता से कहा कि यह गंभीर मामला है। उन्होंने कहा कि सदस्यों को महत्त्वपूर्ण चर्चा और विधेयकों के मौके पर सदन में उपस्थित रहना चाहिए। सिंह ने कहा कि मैं संसदीय कार्य मंत्री के साथ इस मामले को देखूंगा। उन्होंने बताया कि सोमवार को मेरा छठा तारांकित प्रश्न था। किसी जरूरी कार्य के लिए मैं सदन से बाहर आया था। इस दौरान मेरे सवाल का नंबर आ गया।
अकसर पांचवें-छठे सवाल का नंबर 11:30 बजे तक आता है लेकिन आज मेरे सवाल का नंबर जल्दी आ गया। लोकसभा अध्यक्ष के पुकारने के कुछ ही क्षण बाद में सदन में पहुंच गया था। उन्होंने कहा कि मैंने अध्यक्ष जी से मेरे प्रश्न को फिर से लेने का आग्रह किया लेकिन उन्होंने कहा कि एक बार अगला सवाल पूछ लिया जाए तो दोबारा पिछले प्रश्न को पूछने की परंपरा नहीं है। सिंह ने बताया कि मैं सुबह से ही संसद में था और संसदीय कार्य मंत्रालय के दफ्तर में मौजूद था। उन्होंने कहा कि मैं इस सत्र में कभी सदन से अनुपस्थित नहीं रहा हूं।