NIA Action on Khalistanis Mafias: NIA ने बुधवार सुबह छह राज्यों में 122 स्थानों पर एकसाथ छापेमारी की। NIA की यह छापेमारी पाकिस्तान और कनाडा सहित विदेशों में बैठे गैंगस्टरों, ड्रग तस्करों और आतंकवादी समूहों के बीच कथित सांठगांठ पर एक्शन का हिस्सा है।
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार, NIA की टीम ने हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, यूपी, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश में कुछ संदिग्ध घरों पर छापे मारे हैं। NIA के अधिकारियों इन जगहों पर सुबह करीब 4 बजे ही छापेमारी शुरू कर दी।
एक अधिकारी ने बताया किNIA द्वारा दर्ज तीन मामलों के संबंध में तलाशी जारी है। छापे और तलाशी पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में संगठित आपराधिक सिंडिकेट और नेटवर्क, शीर्ष गैंगस्टरों और उनके आपराधिक और व्यापारिक सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई का हिस्सा है।
एक अधिकारी ने बताया कि ऐसे टेरर नेटरवर्क, उनकी फंडिंग और इन्फ्रस्ट्रक्चर सपोर्ट के खात्मे तक जांच जारी रहेगी। बता दें कि फरवरी में NIA ने ऐसे लोगों के घरों पर रेड मारी थी जिनके हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में गैंगस्टर्स से संबंध होने का संदेह था।
NIA की चार्जशीट में कहा गया है कि उत्तर भारत में एक्टिव कई क्रिमिनल गैंग्स अब दुबई से ऑपरेट कर रहे हैं और प्रो खालिस्तानी ग्रुप्स अपने नेटवर्क का इस्तेमाल अपनी गलत गतिविधियों को अंडरवर्ल्ड की तरह अंजाम देने की कोशिश कर रहे हैं।
चार्जशीट में यह भी बताया गया है कि अर्श डाला और गौरव पटियाल जैसे भगोड़े, जो विदेशों में रहते हैं, टारगेट किलिंग, जबरन वसूली और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भारतीय जेलों और अन्य देशों में बंद खालिस्तान समर्थक तत्वों के संपर्क में हैं। यह भी पता चला है कि जेल ही ऐसी जगह रही है जहां अपराध-आतंकवाद का गठजोड़ मजबूत हुआ।
अगस्त 2022 में NIA कनाडा बेस्ड गैंगस्टर लखबीर सिंह, पाकिस्तान बेस्ड हरविंदर सिंह और अमेरिका बेस्ड गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ तीन केस दर्ज किए थे। गुरपतवंत सिंह पन्नू प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस का फाउंडर है। इसके अलावा NIA ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बरार, विक्रम बरार और उनके विरोधियों दविंदर बंबीहा, कौशल चौधरी, नीरज बवाना, दिलप्रीत और सुखप्रीत के खिलाफ भी दो मामले दर्ज किए हैं।