जम्मू कश्मीर में (Jammu Kashmir) आतंकी मुश्ताक अहमद जरगर उर्फ लट्राम (Kashmiri militant Mushtaq Ahmed Zargar) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। एनआईए (NIA) ने श्रीनगर में स्थित इस आतंकी की संपत्ति को कुर्क कर लिया है। 1999 में कंधार हाईजैक कांड में विमान यात्रियों के बदले जिन आतंकियों को रिहा किया गया था, उनमें लट्राम भी शामिल था। लट्राम की श्रीनगर में नौहट्टा इलाके में संपत्ति है। श्रीनगर प्रशासन ने केंद्रीय गृहमंत्रालय के आदेश के बाद उसके 540 वर्ग फुट के मकान को कुर्क कर लिया है।

विमान यात्रियों के बदले हुई थी रिहाई

1999 में अफगानिस्तान के कंधार में इंडियन एयरलाइंस की उड़ान संख्या IC 814 को हाईजैक कर लिया गया था। आतंकियों ने विमान यात्रियों की रिहाई के बदले कुछ आतंकियों को छोड़ने की मांग की थी। भारत सरकार ने विमान यात्रियों के बदले कुछ आतंकियों को रिहा किया था। इसमें जैश प्रमुख मसूद अजहर और हरकत-उल-मुजाहिदीन के प्रमुख उमर सईद शेख के अलावा लट्टाम भी शामिल था। इसके बाद से ही लट्राम पर अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की नजर थी।

गृहमंत्री की बेटी के अपहरण में शामिल था लट्राम

लट्राम सबसे पहले 1989 में तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रुबैया सईद के अपहरण के बाद चर्चा में आया था। 15 मई 1992 को उसे गिरफ्तार किया गया और 31 दिसंबर 1999 को इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट आईसी 814 के हाईजैक के बाद उसे रिहा कर दिया गया। लट्राम सबसे पहले जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट से जुड़ा और जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी हमलों को अंजाम दिया।

वह हत्या समेत कई अन्य जघन्य अपराधों में भी शामिल रहा है। उसकी अल-कायदा और जेएम जैसे अन्य आतंकवादी संगठनों के साथ भी संबंध रहा है। पिछले साल अप्रैल में उसके खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत कार्रवाई की गई।