न्यूज 24 पर शो में एंकर संदीप चौधरी कहने लगे कि पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं। लगातार दूसरे दिन दो लाख से ऊपर मामले आए हैं। महीना भर पहले हम ताल ठोक रहे थे कि भारत ने कोरोना के इस समय में दुनिया को रोशनी दिखाने का काम किया। आज हालत ये है कि एक बिस्तर पर दो-दो मरीज हैं। बिस्तर और वैंटिलेटर को लेकर जो दावे किए जाते हैं वे गलत हैं। लोगों को लगता है कि पत्रकारों को मिल जाएगा बेड, लेकिन नहीं मिल रहा है। आलम ये है कि बिस्तरों के इंतजाम नहीं हो पा रहे हैं।

बता दें कि लगातार दूसरे दिन भारत में 2 लाख से अधिक कोरोनो वायरस के नए मामले दर्ज किए गए। शुक्रवार को कोविड मामलों की संख्या 2,17,353 थी, जबकि गुरुवार को यह 2,00,739 हो गई। देश में कोरोना के कुल मामले अब 1.42 करोड़ हो गए हैं। टीके की उपलब्धता और वायरस की जानकारी के बावजूद दूसरी लहर पहले की तुलना में ज्यादा खतरनाक है। भारत में कोरोना के मामले फरवरी से तेजी से बढ़ रहे हैं, और देश में रोजाना कोविद -19 के मामले पिछले 10 दिनों में दोगुना हो गए हैं।

पूरे देश में कोरोनो वायरस के बढ़ते मामलों के साथ अस्पताल के बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर, प्लाज्मा डोनर और रेमेडिसविर इंजेक्शन की सख्त जरूरत पड़ रही है। गंभीर संक्रमण वाले लोगों को रेमेडिसविर इंजेक्शन दिए जा रहे हैं।हालांकि, इसकी ज्यादा मांग के कारण काला बाजार में इंजेक्शन बेचे जाने की खबरें हैं।

दुनियाभर में लाखों कोरोना वैक्सीन भेजने के बाद भारत इस समय खुद कोरोना वैक्सीन के संकट का सामना कर रहा है। ऐसे में सरकार चाहती है कि वैक्सीन से जल्द से जल्द लोगों का टीकाकरण किया जाए।

देश में बढ़ते कोरोना के मामले और अस्पतालों में कम पड़ते बिस्तरों के बीच सरकार विदेश से वैक्सीन आयात कर रही है। सरकार ने हाल में Sputnik-V के इस्तेमाल को मंजूरी दी थी। केंद्र सरकार रूस से इस वैक्सीन को आयात भी कर रही है। आयात की जाने वाली वैक्सीनों में फाइजर वैक्सीन का नाम भी जुड़ गया है।

वैक्सीन के इस संकट से न सिर्फ भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई पर असर पड़ा है। बल्कि दुनिया के कई देशों को वैक्सीन मुहैया कराने वाला कोवैक्स कार्यक्रम इससे प्रभावित हुआ है।