आयकर विभाग की ओर से फिल्मी सितारों के मुंबई और पुणे स्थित आवास पर छापे मारी की गई। फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप, फिल्म निर्माता विकास बहल और अभिनेत्री तापसी पन्नू से जुड़े कंपनियों के वित्तीय लेनदेन की जांच की गई। इसको लेकर न्यूज़ चैनल ‘न्यूज़18’ के शो ‘आर-पार’ में चर्चा हो रही थी। इस दौरान कांग्रेस नेता ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वे महंगाई पर बात नहीं करते, इसपर बीजेपी नेता बोले आप ही हाय तापसी, हाय अनुराग’ कर रहे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा “आप बात कीजिये कि अर्थव्यवस्था कैसे सुधारनी है। महंगाई पर आप बात नहीं करेंगे। आपके पास इसके जवाब नहीं है मैं जो सवाल पूछ रहा हूं आप उसका उत्तर दे ही नहीं सकते।” इसपर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा “आप ही तो सुबह से कर रहे थे हाय तापसी, हाय अनुराग आपने क्यों नहीं किया पेट्रोल-पेट्रोल, सुबह से हाये तापसी हाये तापसी कर रहे हैं अब कह रहे हैं तापसी की बात क्यों कर रहे हो।”
#आर_पार
जब काँग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि आप नहीं करते महंगाई पर बात तब संबित पात्रा ने दिया जवाब’ आप ही तो सुबह से कर रहे थे हाय तापसी, हाय अनुराग आपने क्यों नहीं किया पेट्रोल-पेट्रोल’ #RAID #TapseePannu #AnuragKashyap #MadhuMantena #VikasBahl #IT @AMISHDEVGAN @sambitswaraj pic.twitter.com/hsXuv8TRsL— News18 India (@News18India) March 4, 2021
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा “देखिये अब आप कैसे उछाल रहे हैं। आपको आपका लेवेल पता चल गया, आप इसका जवाब नहीं दे सकते। आप सिर्फ दबावतंत्र अपना सकते हैं, यही आप करते आए हैं। आयकर विभाग की इस कार्यवाही पर शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कुछ लिखा है। सामना में कहा गया है कि तासपी और अनुराग केंद्र सरकार और उसकी नीतियों के खिलाफ अपनी आवाज उठाते हैं इसलिए उनके साथ ऐसा हो रहा है।
लेख में कहा गया है कि केंद्र सरकार के खिलाफ बोलना देशद्रोह नहीं है, ऐसा मत सर्वोच्च न्यायालय ने रखा और उसी दौरान मोदी सरकार के खिलाफ बोलनेवाले कलाकार और सिने जगत के निर्माता-निर्देशकों पर ‘इन्कम टैक्स’ के छापे पड़ने लगे हैं। नमें तापसी पन्नू, अनुराग कश्यप, विकास बहल और वितरक मधु मंटेना का नाम प्रमुख है।
लेखा में कहा गया कि सिने जगत की कई महान उत्सव मूर्तियों ने किसान आंदोलन के संदर्भ में विचित्र भूमिका अपनाई। उन्होंने किसानों को समर्थन तो नहीं दिया, उल्टे दुनिया भर से जो लोग किसानों को समर्थन दे रहे थे उनके बारे में इन उत्सव मूर्तियों ने कहा कि ये हमारे देश में दखलंदाजी है। लेकिन तापसी और अनुराग कश्यप जैसे गिने-चुने लोग किसान आंदोलन के पक्ष में खड़े रहे। उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है।
