पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी ने मंगलवार को अपना गोत्र बताया और कहा कि मैं शांडिल्य हूं जिसके बाद सियासी सरगर्मियां एक बार फिर तेज़ हो गई है। इसको लेकर न्यूज़ चैनल “न्यूज़ 18 इंडिया” के शो “आर-पार” में डिबेट हो रही थी। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रिय प्रवक्ता संबित पात्रा और कांग्रेस नेता आचार्या प्रमोद के बीच बहस देखने को मिली।
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने कहा “कांग्रेस पार्टी चन्दन का वृक्ष है। हिंदुस्तान के अंदर जब कोई भाजपा के साथ है, तो वह हिंदुस्तानी है, हिन्दू है, राष्ट्रभक्त है। जो उनसे सवाल पूछे वह देशद्रोही, वह हिन्दू नहीं है। वह हिंदुस्तानी भी नहीं। महबूबा मुफ़्ती का क्या गोत्र है संबित पात्रा? कौन सा गोत्र ढूंढ कर उनसे समझौता किया था। मुख्तार अब्बास नक़वी का क्या गोत्र है, शाहनवाज हुसैन का क्या गोत्र है और मुस्लिम से इतनी दिक्कत है तो इस देश को हिन्दू राष्ट्र घोषित क्यों नहीं कर देते।”
इस पर संबित पात्रा ने कहा “ये कह रहे थे लेफ्ट भुजंग है। इसका जवाब नहीं दिया। हम मुस्लिमों का बिलकुल सम्मान करते हैं। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास। आप लोगों ने इतने वर्षों तक तुष्टीकरण की राजनीति की। कौन कितनी ज्यादा इफ्तार पार्टी करेगा, कौन टोपी पहनेगा।”
बता दें दीदी के गोत्र बताने पर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कटाक्ष करते हुए कहा कि ना माया मिला और ना राम। गिरिराज सिंह ने ट्वीट किया, “हम विकास की चर्चा करते हैं। मुझे अपने धर्म पर, संस्कृति पर गर्व है। उनसे (ममता बनर्जी) पूछना चाहिए, उधर कलमा पढ़ रही थी इधर गोत्र बता रही हैं, न माया मिला न राम।”
नंदीग्राम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा था, “मैं मंदिर गई थी पुरोहित ने पूछा कि मेरा गोत्र क्या है? मुझे याद आया कि त्रिपुरेश्वरी मंदिर में अपना गोत्र मां,माटी, मानुष बताया था, लेकिन आज जब मुझसे पूछा गया तो मैंने कहा कि पर्सनल गोत्र शांडिल्य है लेकिन मैं समझती हूं कि मेरा गोत्र मां-माटी-मानुष है।”