प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 मई 2023 को नए संसद भवन का उद्घाटन किया था। नया संसद भवन तीन मंजिला और 64,500 वर्गमीटर का निर्मित क्षेत्र है। इस संसद में 92 कार्यालय मंत्रियों के लिए बनाए गए हैं। लोकसभा कक्ष में 888 सीटें होंगी। नए संसद भवन आकार में त्रिकोणीय है। साथ ही नया संसद भवन पूरी तरह से डिजिटलाइज्ड होगा और पेपर वर्क बहुत कम होगा। इस बीच मानसून सत्र से पहले इस हफ्ते नए संसद भवन में कई तैयारियां चल रही हैं।
कोरम घंटी कितनी तेज़ होनी चाहिए, एयर कंडीशनिंग को किस टेंपरेचर पर सेट किया जाना चाहिए, क्या ऑटोमेटेड सिक्योरिटी सिस्टम सही काम कर रहा है? मानसून सत्र से पहले इस हफ्ते नए संसद भवन में सभी प्रणालियों का परीक्षण कर रहे अधिकारी इन सभी चीजों की जांच कर रहे हैं। उद्घाटन किए जाने के एक महीने बाद नई संसद में अधिकारियों द्वारा सिस्टम के परीक्षण के अलावा कुछ फिनिशिंग वर्क भी चल रहे हैं।
मानसून सत्र के लिए नई संसद में चल रहीं ये तैयारियां
नयी इमारत जिसका निर्माण पुराने संसद भवन के निकट किया गया था उसके अगले महीने मानसून सत्र की मेजबानी करने की संभावना है। हालांकि, सरकार ने अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं की है। उद्घाटन के बाद से एक महीने में श्रमिकों ने बेसमेंट और मंत्रियों के कार्यालयों को अंतिम रूप देना जारी रखा है, जबकि लोकसभा और राज्यसभा कक्षों में ऑडियो, वीडियो और अन्य प्रणालियों का परीक्षण किया गया है।
एक अधिकारी ने कहा, अब लोकसभा में साउंड सिस्टम, माइक्रोफोन, कर्मचारियों के लिए डेस्क की कूलिंग और कॉन्फ़िगरेशन का परीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरम घंटी यह बताती है कि कोई कोरम नहीं है या सांसदों की न्यूनतम संख्या आवश्यक है। सदन में बोलार्ड सहित प्रणालियों का स्वचालन भी किया जा रहा था। लोकसभा के एक सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हालांकि फिनिशिंग का काम चल रहा है, पुरानी इमारत से नई इमारत में शिफ्टिंग का काम चल रहा है।
विपक्ष ने किया था उदघाटन समारोह का बहिष्कार
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 मई 2023 को नए संसद भवन का उद्घाटन किया था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की जगह प्रधानमंत्री द्वारा समारोह की अध्यक्षता करने के विरोध में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत 20 विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया था।