पुस्तकों का महाकुंभ कहे जाने वाला ‘नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2026’ इस बार सैन्य पराक्रम की गाथाएं सुनाने जा रहा है। यही कारण है कि इस वर्ष के संस्करण का विषय भारतीय सैन्य शक्ति – वीरता और ज्ञान के 75 वर्ष रखा गया है। इस थीम पर एक विशेष विषय मंडप भी तैयार किया जा रहा है, जहां वर्ष 1948 से लेकर हालिया ऑपरेशन सिंदूर तक की विजय गाथाओं और सैनिकों के पराक्रम को प्रदर्शित किया जाएगा। पुस्तक मेला 10 जनवरी 2026 से भारतमंडपम में शुरू होगा और 18 जनवरी तक चलेगा।
गौरतलब है कि नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले का आयोजन हर साल राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (एनबीटी) द्वारा किया जाता है, जिसमें देश-विदेश से प्रकाशक, लेखक, साहित्यकार और पुस्तक प्रेमी बड़ी संख्या में हिस्सा लेते हैं। एनबीटी के निदेशक युवराज मलिक ने बताया कि इस वर्ष पुस्तक मेले में प्रवेश पूरी तरह नि:शुल्क रहेगा।
पुस्तक संस्कृति: किताबों की खुशबू बनाम स्क्रीन की चमक – पढ़ने की बदलती दुनिया और संतुलन का पाठ
विषय मंडप के माध्यम से वर्ष 1948 से लेकर ऑपरेशन सिंदूर तक हुए सभी प्रमुख सैन्य अभियानों को प्रदर्शित कर वीर सैनिकों की गाथाएं युवाओं तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। इस मंडप में अब तक के सभी परमवीर चक्र विजेताओं की पैनल तस्वीरें देखने को मिलेंगी। साथ ही इन वीरों पर लिखी गई पुस्तकों पर चर्चा के लिए थल, जल और वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। यहां सैन्य और युद्ध वीरों के साहसिक किस्से सुनने का अवसर मिलेगा, साथ ही संवाद और परिचर्चाएं भी होंगी। इसके अलावा युद्ध के दौरान की दुर्लभ वीडियो क्लिप्स भी दिखाई जाएंगी, ताकि पुस्तक मेले में आने वाले लोग भारतीय सैन्य वीरता के गौरवशाली इतिहास को नजदीक से जान और महसूस कर सकें।
पुस्तक मेले की अन्य खास बातें:
- 600 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
- अंतरराष्ट्रीय आयोजनों के लिए ‘इंटरनेशनल इवेंट कार्नर’ बनाया जाएगा।
- बाल मंडप के साथ-साथ ‘लेखक कॉर्नर’ भी रहेगा।
- ‘न्यू दिल्ली राइट टेबल’ के माध्यम से लेखक और साहित्यकार अपने विचार साझा करेंगे।
- मेले में प्रवेश नि:शुल्क रहेगा, समय सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक होगा।
करीब 50 देश लेंगे भाग
एनबीटी के अध्यक्ष प्रोफेसर मिलिंद सुधाकर मराठे ने बताया कि सैन्य वीरता के प्रदर्शन के साथ-साथ इस बार पुस्तक मेले का क्षेत्रफल और प्रतिभागियों की संख्या भी पिछले वर्ष की तुलना में बढ़ी है। इस वर्ष करीब एक हजार से अधिक प्रकाशक भाग ले रहे हैं और तीन हजार से अधिक स्टॉल लगाए जाएंगे। साथ ही लगभग 50 देश पुस्तक मेले में हिस्सा लेंगे। इस बार पुस्तक मेले के विशेष अतिथि देश कतर और स्पेन होंगे।
