नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात भगदड़ मच गई, जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में 20 से अधिक लोग घायल भी हैं। यह घटना रात 10 बजे के करीब प्लेटफाॅर्म नंबर 13 और 14 पर हुई। रेलवे स्टेशन पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज में लगे महाकुंभ में जाने के लिए स्टेशन पर पहुंचे थे। इसी दौरान भगदड़ मची। वहीं अब घटना को लेकर प्रत्यक्षदर्शी कुली सुगन लाल मीणा ने भयावह मंजर को बयां किया है।

कुली ने बताया भयावह मंजर

कुली सुगन लाल मीणा ने मीडिया एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, “मैं 1981 से कुली का काम कर रहा हूं, लेकिन मैंने पहले कभी इस तरह की भीड़ नहीं देखी थी। प्रयागराज स्पेशल को प्लेटफॉर्म नंबर 12 से रवाना होना था, लेकिन इसे प्लेटफॉर्म नंबर 16 पर कर दिया गया। जब प्लेटफॉर्म 12 पर इंतजार कर रही भीड़ और बाहर इंतजार कर रही भीड़ ने प्लेटफॉर्म 16 पर पहुंचने की कोशिश की, तो लोग टकराने लगे और एस्केलेटर और सीढ़ियों पर गिर गए।”

सुगम लाल मीणा ने आगे बताया, “भीड़ को रोकने के लिए कई कुली वहां इकठ्ठा हो गए। हमने कम से कम 15 शवों को एम्बुलेंस में लाद दिया। प्लेटफार्म पर केवल जूते और कपड़े थे। जब प्लेटफार्म 12 पर इंतजार कर रही भीड़ और बाहर से आई भीड़ ने प्लेटफार्म 16 पर पहुंचने की कोशिश की, तो लोग टकराने लगे और एस्केलेटर और सीढ़ियों पर गिर गए। हमने पुलिस, फायर टेंडर और 3-4 एम्बुलेंस को बुलाया और लोगों को अस्पताल ले जाया गया।”

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जानें रेलवे के पुलिस डिप्टी कमिश्नर ने क्या कहा

वहीं भगदड़ को लेकर रेलवे के पुलिस डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि जब प्रयागराज एक्सप्रेस ट्रेन प्लेटफार्म संख्या 14 पर खड़ी थी, तब वहां कई लोग मौजूद थे। उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस देरी से चल रही थी और इन ट्रेनों के भी यात्री प्लेटफार्म नंबर 12, 13 और 14 पर मौजूद थे। रेलवे द्वारा हर घंटे 1500 जनरल टिकट बेचे जा रहे थे, जिसके कारण स्टेशन पर भीड़ बढ़ गई और स्थिति बेकाबू हो गई। पुलिस उपायुक्त ने कहा कि प्लेटफॉर्म नंबर 14 और प्लेटफार्म नंबर 16 के पास एस्केलेटर के पास भगदड़ मची।

रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ को लेकर रेलवे बोर्ड में इनफार्मेशन एंड पब्लिसिटी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर दिलीप कुमार ने बताया कि भगदड़ के मामलों की जांच करने और कारणों का पता लगाने के लिए दो सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है।