कोरोनावायरस महामारी और लॉकडाउन की वजह से पिछले साल की शुरुआत में जहां भारतीय उद्योग जगत को मंदी से जूझना पड़ा था, वहीं साल के अंत तक प्रमुख कारोबारों ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली। इनमें ऑटो सेक्टर में बड़ी तेजी देखी गई। आलम यह है कि मौजूदा समय में ज्यादातर कारों की डिलीवरी वेटलिस्ट में है।
क्या है कारों के वेटलिस्ट में जाने की वजह: लॉकडाउन के बाद कारों की बिक्री में आई कमी को बढ़ाने के लिए जहां कार कंपनियों ने लोन की दरों में कमी की, वहीं ग्राहकों में भी अपना चौपहिया वाहन लेने की होड़ लग गई है। खास बात यह है कि कारों की वेटलिस्ट अब सिर्फ एसयूवी मॉडलों तक ही सीमित नहीं रह गई है। मारुती आल्टो और वैगन-आर जैसी छोटी कारों, और स्विफ्ट, ह्युंडई आई-20 जैसी हैचबैक कारों पर भी 4 महीने तक की वेटिंग लगी है। यहां तक कि ह्यूंडई की सेडान वर्ना और एसयूवी क्रेटा पर भी 3 महीने तक की वेटिंग है। सबसे ज्यादा वेटिंग महिंद्रा की जीप ‘थार’ पर है। अपने यूजर फ्रेंडली फीचर्स के लिए चर्चित थार पर अभी पांच से दस महीने की वेटलिस्ट है।
टाइम्स अखबार के मुताबिक, मारुति सुजुकी, जो कि पिछले अक्टूबर से ही 100 फीसदी क्षमता पर काम कर रही है, उसके आल्टो, स्विफ्ट और वैगन-आर जैसे मॉडलों पर तीन से चार महीनों की वेटिंग लगी है, जबकि अर्टिगा पर छह से आठ महीनों की वेटिंग है। मारुति ने हाल ही में 27 दिसंबर से 3 जनवरी तक मेनटेनेंस शटडाउन लिया था। यहां तक कि कंपनी की असेंबली लाइन भी पूरी क्षमता पर काम कर रही हैं।
मारुति की प्रतिद्वंदी कंपनी ह्युंडई भी लगातार अपने अहम मॉडलों के उत्पादन को बढ़ाने में लगी है। पिछले छह महीने में कंपनी ने अपने क्रेटा मॉडल का उत्पादन 340 यूनिट से बढ़ाकर 640 यूनिट तक कर दिया है। इसके चलते क्रेटा की वेटलिस्ट में 6 महीने का वेटलिस्ट पीरियड अब 2-3 महीने तक आ गया है। i20 जैसे मॉडल पर फिलहाल 2-3 महीने की वेटलिस्ट है। ह्युंडई मोटर्स के इंडिया डायरेक्टर गणेश मणि ने कहा कि हम हर महीने 8 से 9 हजार मॉडल बेच रहे हैं और 12 हजार मॉडल प्रतिमाह जाने की तैयारी में हैं।
कार कंपनी Kia जिसके दो मॉडल- सेल्टोस और सोनेट पर 2-3 महीनों की वेटिंग लगी है, उनके इंजन पार्ट्स और बंपर्स में भी कुछ समस्या आई है। किया की पैरेंट कंपनी M&M के सीईओ विजय नाकरा ने बताया कि पहले उन्होंने प्रतिमाह दो हजार कार निर्माण की योजना रखी थी, पर बढ़ती बिक्री के बाद इसे पहले तीन हजार और फिर साढ़े तीन हजार तक ले जाया गया है। दूसरी तरफ कार कंपनी निसान ने भी ऐलान किया है कि वह अपनी तेजी से बिक रही कार मैग्नाइट का उत्पादन प्रतिमाह के 2700 से बढ़ाकर 4000 तक ले जाएगी। इसके जरिए मैग्नाइट की वेटिंग लिस्ट छह महीने से 2-3 महीने तक की जाएगी।