दिल्ली प्रदेश भाजपा के नए अध्यक्ष की तलाश तेज हो गई है। संभावना जताई जा रही है कि नवरात्र में पार्टी को नया अध्यक्ष मिल सकता है। इस बार नए अध्यक्ष के लिए सबसे बड़ी जिम्मेदारी व चुनौती मार्च 2022 में होने वाले निगम चुनाव है। वर्तमान में सभी निगमों पर भाजपा का कब्जा है। नए अध्यक्ष के चुनाव में देरी यह भी एक बड़ा कारण है। केंद्रीय नेतृत्व ने इस काम का जिम्मा राष्ट्रीय महामंत्री मुरलीधर राव व राष्ट्रीय महिला मोर्चा अध्यक्ष विजया राहटकर को सौंपा था।

इस टीम ने पार्टी के विभिन्न मोर्चा अध्यक्षों और पदाधिकारियों से ली गई रपट भेजी जा चुकी है। तय नियम व प्रावधान के तहत वर्तमान अध्यक्ष मनोज तिवारी अपना कार्यकाल दिसंबर में ही पूरा कर लिया है। दिल्ली में लोकसभा व विधानसभा चुनाव की वजह से इनका कार्यकाल बढ़ाया गया था। विधानसभा चुनाव में पूरा दमखम लगाने के बाद पार्टी सीट में बढ़त तो प्राप्त कर चुकी है लेकिन 22 साल बाद भी दिल्ली की सत्ता से दूर ही है।

दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष का कार्यकाल 3 साल का होता है। इस कार्यकाल के बाद भाजपा नियम प्रकिया के तहत नए अध्यक्ष का चुनाव करती है।