पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से हाल ही नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ीं 64 फाइलों को कोलकाता पुलिस म्यूजियम में आम जनता को देखने के लिए डिस्प्ले कर दी गई हैं और साथ ही इसके डिजिटल संस्करण नेताजी के परिवार को सौंप दिए गए।

इसी मुद्दे पर बात करते हुए नेताजी सुभाष चंद्र बोस के ग्रैंड नेफ्यू चंद्रा ने सीएम ममता बनर्जी के प्रति आभार व्यक्त कर कहा कि ”मैं यह कदम उठाने के लिए ममता बनर्जी सरकार को बधाई देता हूं।”

उन्होंने कहा, “यह शर्म की बात है कि आजाद भारत में भी नेताजी के परिवार की जासूसी की जाती थी।” बोस ने कहा, “उम्मीद है कि इन फाइलों के सार्वजनिक होने से काफी सच्चाई सामने आएगी।

इतना हीं नहीं उन्होंने यह भी कहा कि हम चाहते हैं कि मोदी सरकार इस बात की जांच करे कि आखिर हमारे परिवार की जासूसी क्यों की गई थी।”

बकौल चंदा फाइलों के म्यूजियम में डिस्प्ले हो जाने से अब ये साफ हो जाएगा कि आखिर आजाद भारत में विलेन कौन था। फाइलों के डिजिटल संस्करण नेताजी के परिवार को सौंपते हुए कोलकाता के पुलिस कमिश्नर सुरजीत पुरकायस्थ ने कहा, “इन फाइलों को कोलकाता पुलिस म्यूजियम के अर्काइव में आज से रख दिया जाएगा।”

उन्होंने कहा कि इन 64 फाइलों में 12744 पन्ने हैं, सभी को डिजिटलाइज़्ड कर लिया गया है। जबकि असली फाइलों को बिना किसी छेड़छाड़ के कोलकाता पुलिस म्यूजियम में रख दिया गया है।

उन्होंने इन फाइलों के डिजिटल संस्करणों की सीडी बोस के परिवार से जुड़े लोगों को दी। फिलहाल मोदी सरकार की ओर से इस मामले पर किसी तरह की प्रतिक्रिया जगजाहिर नहीं हुई है। सरकार से बॉस के ग्रैंड नेफ्यू ने भी सवाल किए हैं, कि आखिर नेताजी की जासूसी क्यों की जा रही थी।