Neja Mela Sambhal: नेजा मेले का विवाद संभल से आगे बढ़ते हुए बहराइच और भदोही तक पहुंच गया है। इन दोनों जिलों के हिंदू संगठनों ने जिला प्रशासन से अनुरोध किया है कि उनके क्षेत्र में भी इस मेले के आयोजन की इजाजत न दी जाए। याद दिलाना होगा कि कुछ दिन पहले ही संभल पुलिस ने नेजा मेले की अनुमति देने से इनकार कर दिया था।

इसके अलावा संभल के पड़ोसी जिले मुरादाबाद में हर साल नेजा मेले का आयोजन करने वालों ने भी जिला प्रशासन से कहा है कि वे इस साल इसका आयोजन नहीं करेंगे। इस खबर में क्या है नेजा मेला और इसका विरोध क्यों हो रहा है, इसके साथ ही हिंदू संगठनों की मेले को लेकर क्या आपत्ति है, इस बारे में भी बात करेंगे।

बहराइच और भदोही के हिंदू संगठनों का कहना है कि नेजा मेले को लेकर उनके जिले के लोगों में काफी गुस्सा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि मेले के दौरान अवैध काम भी होते हैं।

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हमेशा के लिए मेले को बंद करने की मांग

हिंदू जागरण मंच की भदोही इकाई के जिला संयोजक रामेश्वर सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भदोही के जिला प्रशासन से जिले में लगने वाले इस मेले को हमेशा के लिए बंद करने की मांग की है। रामेश्वर सिंह ने कहा है कि सैयद सालार मसूद गाजी ने गुजरात के सोमनाथ मंदिर पर हमला किया था। उनका कहना है कि गाजी का भदोही से कोई संबंध ही नहीं है लेकिन फिर भी उसके नाम पर मेले का आयोजन हो रहा है।

इस संबंध में भदोही के एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट कुंवर वीरेंद्र मौर्य ने कहा है कि उन्होंने हिंदू संगठनों के मांग पत्र को राज्य सरकार को भेज दिया है।

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इसी तरह विश्व हिंदू परिषद की बहराइच इकाई के जिला संयोजक (विधि प्रकोष्ठ) अजित प्रताप सिंह ने जिले के प्रशासन और पुलिस को ज्ञापन सौंप कर यही मांग की है। उन्होंने कहा है कि सैयद सालार मसूद गाजी जब बहराइच पहुंचा तो उसका सामना महाराज सुहेलदेव और अन्य शासकों से हुआ और इस लड़ाई में वह मारा गया। उन्होंने आरोप लगाया कि नेजा मेला अतिक्रमण, धर्मांतरण जैसी गतिविधियों का केंद्र बन गया है और इसलिए इस मेले और उर्स पर रोक लगाने की मांग की गई है।

इसी बीच, मुरादाबाद के बिलारी तहसील में आने वाले थवला गांव में इस साल यह मेला नहीं होगा क्योंकि मेले के आयोजकों ने खुद ही प्रशासन को बताया है कि वे इस साल यह कार्यक्रम नहीं करेंगे।

गाजी की याद में आयोजित होता है नेजा मेला

सैयद सालार मसूद गाजी की याद में नेजा मेले का आयोजन होता है। नेजा शब्द का अर्थ झंडा होता है। सैयद सालार मसूद गाजी महमूद गजनी का भांजा था। गजनी गजनवी साम्राज्य (997 से 1030 ईस्वी) का शासक था। महमूद गजनी ने भारत पर 17 बार आक्रमण किया और सोमनाथ के मंदिर को लूटा, जिस दौरान बड़ी संख्या में लोगों की हत्या हुई।

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