नीट पेपर लीक मामले पर सदन में जमकर हंगामा हुआ। सड़कों पर छात्र संगठन लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस ही बीच खबर है कि मामले की जांच में जुटी CBI को एक और कामयाबी मिली है। संजीव मुखिया गैंग के आरोपी अमन सिंह को दबोच लिया गया है। उसे झारखंड के धनबाद से सीबीआई ने अपनी हिरासत में लिया है।
क्या जानकारी है?
अमन सिंह कथित तौर पर नीट-यूजी पेपर लीक मामले में मुख्य साजिशकर्ता है। हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक इसके साथ ही सीबीआई ने नीट-यूजी जांच के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है। सीबीआई ने पेपर लीक घोटाले के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है। घोटाले के मामले में गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों ने खुलासा किया है कि मुखिया कथित तौर पर बिहार के पटना और नालंदा में ‘पेपर लीक नेटवर्क’ चलाता है और उसके लिए एक गिरोह काम करता है।
संजीव मुखिया उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, गुजरात और कुछ अन्य राज्यों में पेपर लीक गिरोह सक्रिय था। रविवार को सीबीआई ने गुजरात के गोधरा में एक निजी स्कूल के मालिक दीक्षित पटेल को गिरफ्तार किया। पंचमहल पुलिस द्वारा पहले गिरफ्तार किए गए अन्य पांच लोगों में वडोदरा स्थित शिक्षा सलाहकार परशुराम रॉय, जय जलाराम स्कूल के प्रिंसिपल पुरुषोत्तम शर्मा स्कूल शिक्षक तुषार भट्ट और कथित बिचौलिए विभोर आनंद और आरिफ वोहरा शामिल हैं।
नालंदा का रहने वाला संजीव कुमार बिहार में “सॉल्वर गिरोह” का मुखिया है। पुलिस के मुताबिक यह गिरोह बिहार, झारखंड, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, गुजरात और अन्य राज्यों में फैला हुआ है। संजीव ने 4 जून को पटना की एक अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी। संजीव के फरार होने के कारण मामले में सुनवाई अभी शुरू नहीं हुई है। सीबीआई को शक है कि वह नेपाल भाग गया है।