NEET और JEE परीक्षाओं को लेकर जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। दरअसल बड़ी संख्या में लोग और विपक्षी पार्टियां कोरोना संक्रमण के चलते नीट और जेईई की परीक्षा टालने की मांग कर रहे हैं। वहीं सरकार परीक्षा तय समय पर कराने पर अड़ी है। सुप्रीम कोर्ट ने भी परीक्षा तय समय पर कराने का निर्देश दिया है। NEET और JEE परीक्षा को लेकर इतना विरोध हो रहा है कि ट्विटर पर ‘मन_की_बात_नहीं_स्टूडेंट_की_बात’ ट्रेंड कर रहा है। बता दें कि आज पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के दौरान देश को संबोधित किया है।

वरिष्ठ पत्रकार दिबांग ने भी ट्वीट कर बताया है कि परीक्षा आयोजित करने खिलाफ छात्रों में गुस्सा है। दिबांग ने ट्वीट में लिखा कि “कोविड19 के लगातार बढ़ते आंकड़ों के बीच होने वाली नीट और जेईई परीक्षाओं से छात्रों में हताशा और गुस्सा है। तभी आज मन की बात नहीं स्टूडेंट की बात ट्रेंड कर रहा है। इस उम्मीद से कि उनकी बात कोई तो सुनेगा।”

बता दें कि जेईई और नीट की परीक्षा अगले महीने होंगी। जेईई की परीक्षा 1 से 6 सितंबर और नीट की परीक्षा 13 सितंबर को देशभर में आयोजित की जाएगी। ये दोनों ही परीक्षाएं देश की बड़ी परीक्षाएं है क्योंकि इनसे आईआईटी से इंजीनिरिंग और मेडिकल की पढ़ाई का रास्ता खुलता है। हालांकि देश में जिस तरह से कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और मरीजों का कुल आंकड़ा 35 लाख के पार चला गया है, उससे छात्रों और उनके परिजनों में चिंता का भाव है।

दिबांग ने एक वीडियो में कहा है कि तय समय पर NEET और JEE की परीक्षा कराने से सबसे ज्यादा परेशानी उन छात्रों को होगी, जो गरीब और ग्रामीण इलाकों से आते हैं। दरअसल कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते परिवहन सेवाएं बंद हैं और अगर चल भी रही हैं तो काफी सीमित हैं। इसके अलावा छात्र जहां परीक्षा केन्द्र पर पहुंचेंगे, वहां होटल और धर्मशाला की भी व्यवस्था नहीं होगी, क्योंकि ये भी लॉकडाउन के चलते बंद हैं।

बिहार, पश्चिम बंगाल और असम के छात्रों को उक्त समस्याओं के साथ ही बाढ़ की समस्या से भी जूझना होगा क्योंकि बाढ़ के चलते इन राज्यों में कई इलाकों की सड़कें जलमग्न हो गई हैं। हालांकि सरकार की तरफ से परीक्षा के दौरान पूरी सावधानी बरतने की बात कही जा रही है। लेकिन एनटीए की परीक्षा के दौरान परीक्षा केन्द्रों पर जिस तरह से सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ी हैं, उसने चिंता को और बढ़ा दिया है। केरल में हुई इंजीनियरिंग और मेडिकल की प्रवेश परीक्षा के दौरान पांच छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसके बाद कई कैंपस क्वारंटीन सेंटर बन गए हैं।

बता दें कि 19 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने मेडिकल और इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा NEET और JEE का एडमिट कार्ड डाउनलोड किया है। सरकार के अनुसार, 7.6 लाख छात्र जेईई-मेन्स और 11.49 लाख छात्रों ने मेडिकल की प्रवेश परीक्षा NEET के लिए अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड किया है। सरकार का कहना है कि देश में परीक्षा के लिए 3843 केन्द्र बनाए गए हैं और एक केन्द्र में 100-150 बच्चों की ही परीक्षा ली जाएगी।