संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) पर शुक्रवार को एनडीए घटक दल की बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि हमें रक्षात्मक रहने की जरूरत नहीं। पीएम ने कहा कि हमें सीएए पर हमें फ्रंटफुट पर रहना चाहिए। पीएम ने कहा सीएए पर केंद्र का रुख सही है। हमने कुछ गलत नहीं किया है बल्कि हम फ्रंटफुट पर रहे हैं। इस कानून से किसी भी नागरिक की नागरिकता को कोई खतरा नहीं है। कुछ लोग इसपर जनता को भड़का रहे हैं। जितना बाकी लोगों का देश पर हक है उतना ही हक इस देश में रह रहे मुसलमानों का भी है।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए पीएम ने कहा ‘एनडीए परिवार के साथ सकारात्मक बैठक की। हमारा गठबंधन भारत की विविधता और गतिशीलता का प्रतिनिधित्व करता है। एनडीए ने अपने समर्थक और सुशासन से जुड़े विकास कार्यक्रमों के लिए एक पहचान बनाई है जो लाखों लोगों को सशक्त बना रहे हैं।’

पीएम मोदी की यह बयान ऐसे समय पर आया है जब गुरुवार को दिल्ली के जामिया इलाके में एक नाबालिग ने सीएए के खिलाफ मार्च निकाले रहे लोगों पर खुलेआम फायरिंग कर दी। इसमें कश्मीर का रहने वाला शादाब नाम का युवक घायल हो गया था। शाहीन बाग में भी बीते 45 दिनों से भी ज्यादा समय से शांतिपूर्ण प्रदर्शन चल रहा है।

वहीं देश के अलग-अलग हिस्सों में सीएए के खिलाफ लोगों विरोध कर रहे हैं। वहीं सीएए का विरोध करने वालों के खिलाफ बीजेपी नेता जमकर भड़काऊ भाषण दे रहे हैं। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री ने हाल में दिल्ली के रिठाला में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर निशाना साधा था। वह बीजेपी प्रत्याशी मनीष चौधरी के पक्ष में वोट मांगने पहुंचे थे। इस रैली में वित्त राज्य मंत्री ठाकुर ने कहा था, ‘‘देश के गद्दारों को’’, जिसके बाद भीड़ ने कहा था, ‘‘गोली मारो सा*** को।’’