पाकिस्तानी मूल के गायक अदनान सामी को प्रतिष्ठित पद्मश्री सम्मान दिए जाने पर कांग्रेस के बाद एनसीपी ने भी विरोध जताया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि “अब यह साफ हो गया है कि जो भी पाकिस्तान से जय मोदी बोलेगा उसे भारत की नागरिकता के साथ पद्मश्री सम्मान भी दिया जाएगा। यह देश के लोगों का अपमान है।”

कांग्रेस ने पूछा सरकार ने किस आधार पर किया चयन: कांग्रेस ने भी पद्मश्री सम्मान के लिए अदनान सामी के चयन पर नाराजगी जताई थी। पार्टी प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने पूछा था कि अदनान सामी का चयन किस आधार पर किया गया। उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा था कि देश का सैनिक मोहम्मद सनाउल्लाह, जिसने पाकिस्तान के खिलाफ कारगिल की लड़ाई लड़ी, उनको सरकार ने एनआरसी के जरिए घुसपैठिया घोषित कर दिया और पाकिस्तान से भारत आए अदनान सामी को पद्मश्री सम्मान दिया जा जा रहा है, जबकि उनके पिता पाकिस्तानी वायुसेना में रहकर भारत के खिलाफ गोलाबारी की थी।

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कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पुरस्कार देने की सराहना की: हालांकि कांग्रेस के विरोध के बावजूद पार्टी के ही वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पुरस्कार देने पर खुशी जताई थी। उन्होंने एक ट्वीट कर कहा था कि “पद्म पुरस्कार के लिए चुने गए सभी लोगों को बधाई। मुझे खुशी है कि प्रसिद्ध गायक एवं संगीतकार और पाकिस्तानी मुसलमान प्रवासी अदनान सामी को भी पद्मश्री दिया गया है। मैंने उन्हें भारतीय नागरिकता देने के लिए भारत सरकार से उनके मामले की सिफारिश भी की थी। उन्हें मोदी सरकार ने भारतीय नागरिकता दी थी।”

कुल 118 लोगों को पद्मश्री पुरस्कार दिए गए हैं: गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस की पूर्वसंध्या पर शनिवार शाम पद्म पुरस्कारों की घोषणा हुई थी। कुल 141 विजेताओं में से 118 लोगों के नाम पद्मश्री के लिए लिए घोषित लिस्ट में है। इनमें गायक अदनान सामी, फिल्म निर्माता करण जौहर, अभिनेत्री कंगना रनौत आदि शामिल हैं। विपक्ष का आरोप है कि अदनान सामी का चयन में भेदभाव किया गया है।