Mahrashtra Government Formation Row: शिवसेना (Shiv Sena) की सरकार बनने में अड़चनें दूर होने का नाम नहीं ले रही है। सूत्रों के हवाले से आई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस-एनसीपी में भी ढाई-ढाई साल सीएम का फॉर्मूला तैयार करने पर सहमति बनी है, यानी ढाई साल मुख्यमंत्री शिवसेना का रहेगा और ढाई साल कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन का कोई नेता यह कुर्सी संभालेगा। इधर एनसीपी नेता और प्रदेश के डिप्टी सीएम रह चुके अजित पवार ने बड़ा बयान देते हुए लेटलतीफी का ठीकरा कांग्रेस के सिर फोड़ा है।
अजित पवार ने कहा, ‘जो भी फैसला लिया जाएगा, वो मिलकर लिया जाएगा। हम कांग्रेस की प्रतिक्रिया मिलने का इंतजार कर रहे हैं। कल भी दिनभर इंतजार किया लेकिन कोई जवाब नहीं आया। हम अकेले यह फैसला नहीं ले सकते। हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है लेकिन मिलकर चुनाव लड़े थे तो इस मसले पर भी मिलकर ही फैसला लेंगे।’
कांग्रेस नेता ने कहा- मुख्यमंत्री शिवसेना काः महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता केसी पदवी का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मंथन जारी है लेकिन परिणाम सकारात्मक रहेगा। उन्होंने कहा, ‘व्यक्तिगत तौर पर मुझे लगता है राज्य में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी मिलकर सरकार बनाएगी और मुख्यमंत्री शिवसेना का होगा।’
कई नए सवाल खड़े हुएः गौरतलब है कि इससे पहले शिवसेना और बीजेपी के बीच भी मुख्यमंत्री पद को लेकर ही तकरार हुई थी। इसके बाद एनसीपी की मांग पर शिवसेना ने एनडीए छोड़ दिया। हालांकि अभी यह बात सामने नहीं आई है कि यदि शिवसेना इसके लिए तैयार हो भी जाए तो पहले किसका मुख्यमंत्री बनेगा। वहीं एनसीपी-कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद का बंटवारा कैसे होगा, यह भी तय नहीं है। बता दें कि कांग्रेस शिवसेना को समर्थन देनें को तैयार नहीं है लेकिन इसके लिए NCP दबाव बना रही है।