छात्रा ने एक वीडियो संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने स्कूल में बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करने का आग्रह किया था। इस पर प्रशासन ने विद्यालय को नया रूप देने के लिए काम शुरू कर दिया है।

पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री से एक वीडियो के माध्यम से जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में तीसरी कक्षा की छात्रा सीरत नाज द्वारा की गई अपील ने जम्मू के स्कूल शिक्षा निदेशक रविशंकर शर्मा को दूरस्थ लोहाई-मल्हार प्रखंड में सरकारी स्कूल का दौरा करने के लिए प्रेरित किया। इस वीडियो को कई लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर साझा किया गया था।

नाज ने अपने चार मिनट के वीडियो की शुरूआत में कहा कि अस्सलाम अलैकुम मोदीजी। आप कैसे हो, आप… आप सब की बात सुनते हो, मेरी भी बात सुनो। स्कूल की जर्जर स्थिति का उल्लेख करते हुए नाज ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने हमारे स्कूल में विद्यार्थी गंदे फर्श पर बैठने के लिए मजबूर हैं, जिससे अक्सर उनकी स्कूल वर्दी गंदी हो जाती है।

नाज ने शौचालयों की बदहाली, खुले में शौच की समस्या और स्कूल के अधूरे निर्माण कार्य का भी जिक्र किया। इस लड़की ने प्रधानमंत्री से अपनी भावुक अपील में कहा कि आप पूरे देश की बात सुनते हैं, कृपया मेरी भी सुनें और हमारे लिए एक अच्छा स्कूल बनाएं ताकि हम अपनी शिक्षा जारी रख सकें और हमें अपनी वर्दी गंदी होने के कारण परिवार में अपनी मां से डांट न खानी पड़े।

वीडियो को संज्ञान लेते हुए जम्मू-कश्मीर प्रशासन तुरंत स्कूल को नया रूप देने के लिए हरकत में आ गया। स्कूल का दौरा करने के बाद स्कूल शिक्षा निदेशक रविशंकर शर्मा ने कहा कि आधुनिक तर्ज पर स्कूल के उन्नयन के लिए 91 लाख रुपए की परियोजना मंजूर की गई थी लेकिन किसी प्रशासनिक मंजूरी के कारण काम अटक गया था। अब उसे सुलझा लिया गया है और काम चल रहा है।

जल्द ही विद्यालय की दशा बदली नजर आएगी। प्रशासनिक अधिकारी बनने की इच्छा रखने वाली नाज का कहना है उसने एक वीडियो बनाया था और वह खुश है कि उसके संदेश को सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। छात्रा ने कहा कि मैंने अपने प्रधानमंत्री के साथ अपने विचार साझा करने के लिए खुद वीडियो बनाया था। मुझे खुशी है कि कार्रवाई की गई और हमारे स्कूल को नया रूप मिल रहा है।स्कूल के जीर्णोद्धार को लेकर ग्रामीणों में भी खुशी है और उन्होंने उम्मीद जताई कि इसे शहरी क्षेत्रों के स्कूलों की तरह आधुनिक तर्ज पर विकसित किया जाएगा।