शनिवार से शुरू हो रहे शारदीय नवरात्र और दुर्गापूजा की तैयारी में दिल्ली में पूरी हो गई है। लिहाजा कोविड- 19 के दिशानिर्देशों को शामिल किया गया है। मसलन केवल वहीं पंडाल लगे हैं जिसकी स्वीकृति पुलिस उपायुक्त और इलाके के जिला आयुक्त ने दी है।

झंडेवाला मंदिर में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शनिवार को पूजन करने पहुंच रहे हैं। मंदिर के कुलभूषण अहूजा ने इसकी पुष्टि की है। यहां इस बार कई चीजें अनूठी हो रहीं हैं। आठ रथ तैयार किए गए हैं। जिनपर माता की सवारी होगी। यह रथ दिल्ली के विभिन्न इलाकों में घूमेंगे और लोगों को पूजा का मौका देंगे।

कोरोना के चलते हजारों लोगों की मंदिर आना संभव नहीं हो पा रहा है इसलिए माता का दर्शन वे अपने आसपास कर सकेंगे। कुलभूषण अहूजा के मुताबिक ये रथ 17 से 25 अक्तूबर के बीच प्रतिदिन सुबह छह से रात के नौ बजे तक अलग अलग दिशाओं व इलाकों में भेजे जाएंगे ताकि लोगो माता का दर्शन कर सकें। मुख्यमंत्री पहले दिन रथ को रवाना करेंगे।

छतरपुर माता मंदिर में 200 लोगों से ज्यादा की भीड़ की इजाजत नहीं है। कालकाजी मंदिर भी दर्शन के लिए खुलेगी : शुक्रवार दोपहर तक दक्षिण दिल्ली के प्रसिद्ध कालकाजी मंदिर को आम जनता के लिए खोलने के निर्देश नहीं थे। लेकिन दबाव में प्रशासन ने देर शाम इसे खोलने के निर्देश जारी कर दिए, जबकि झंडेवाला माता मंदिर और चर्चित छतरपुर माता मंदिर आम जनता के लिए खोलने के निर्देश कई दिन पहले जारी कर दिए गए थे। कालकाजी मंदिर के महंत सुरेंद्र नाथ अवधूत ने बताया कि अभी-अभी हमें सूचना मिली है।

पुलिस के लिए सुरक्षा और सामाजिक दूरी बनाए रखने की चुनौती : इस बार बाजार में सुरक्षा ही नहीं, बल्कि कोरोना महामारी के बीच सामाजिक दूरी को बनाए रखना भी पुुुलिस के लिए बड़ी चुनौती है।