नवजोत सिंह सिद्धू ने राज्य सभा सांसद पद से इस्तीफा दे दिया है। राज्य सभा के नॉमिनेट होने के समय ही उन्होंने इस तरह के संकेत दे दिए थे। उन्होंने कहा था कि भविष्य में राज्य सभा छोड़ने को लेकर उनके मन में कोई दो राय नहीं होगी। वे पहले भी ऐसा कर चुके हैं और फिर से ऐसा कर सकते हैं। उन्होंने कहा था, ”दो साल पहले मैंने पिता सम्मान व्यक्तित्व के लिए अमृतसर सीट को छोड़ने के बदले राज्य सभा सीट लेने से मना कर दिया था।” गौरतलब है कि साल 2014 में लोकसभा चुनावों में अमृतसर सीट से अरूण जेटली को उतारा गया था। हालांकि वे कांग्रेस उम्मीदवार अमरिंदर सिंह के सामने हार गए थे। सिद्धू ने चुनावों में प्रचार नहीं किया था।
BJP सांसद नवजोत सिंह सिद्धू ने राज्यसभा से दिया इस्तीफा, AAP में हो सकते हैं शामिल
सिद्धू के राज्य सभा से इस्तीफा देने से पहले उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया था। सिद्धू ने चार महीने पहले फेसबुक के जरिए इस बात का एलान किया था। उन्होंने लिखा, ”आखिरकार, मैंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया। बोझ उतर गया।” इसके बाद एक अन्य पोस्ट में उन्होंने मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल पर हमला बोला। यह बात किसी से छुपी हुई नहीं है कि सिद्धू दंपत्ति की शिरोमणि अकाली दल से नहीं जमती। दोनों पहले भी इसका विरोध कर चुके हैं। बादल सरकार में नवजोत कौर को संसदीय सचिव बनाया गया था।
पंजाब में भाजपा कोर कमिटी की बैठक में एक बार नवजोत कौर ने अपने पति के न आने के सवाल पर कहा था कि जब तक उनकी पार्टी का अकाली दल से गठबंधन रहेगा वे नहीं आएंगे। उन्होंने कहा था, ”शुक्र करो मैं आ गई।” पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के साले ब्रिकम सिंह मजीठिया पर नवजोत कौर ने कई बार हमले बोले थे। आम चुनावों के दौरान भी अकाली दल ने भाजपा नेताओं से कहा था कि वे जेटली का नामांकन कर दे बाकी काम वे देख लेंगे। उन्होंने जेटली की जीत के दावे भी किए थे मोदी लहर के बावजूद जेटली एक लाख वोटों से हार गए थे।